- अरविन्द सिसौदिया
कांग्रेस के मुंह से काई भी शब्द निकलते रहें, मगर आजादी के समय से ही उसने हिन्दूओं का छला है। कांग्रेस जैसे जैसे एक्सपोज होती गई,उसका जनाधार खिसकता चला गया। महात्मा गांधी के हिन्दुत्व ने सोमनाथ में मंदिर निर्माण करवाया और नेहरू जी की धर्म निरपेक्षता ने श्रीराम जन्म भूमि पर ताले लगवा दिये थे।
जब से हिन्दू एक जुट होनें लगा तब से ही हिन्दू,हिन्दुत्व,हिन्दू संस्कृति एवं हिन्दू सभ्यता,हिन्दू धर्माचार्यों एवं हिन्दू एकता पर विरोधी आक्रमण हो रहे है । वोट के लोभी कुछ राजनैतिक दलों का दुस्साह देखिये कि वे झूठ फलानें के लिये भी फैलानें के लिये भी निर्लज्जों की भांती भांड बने हुये है, हिन्दू एकता पर आक्रमण कर रहे है |
कांग्रेस के हिन्दु विरोधी अभियान लगातार उजागर होता रहा है। वे कितना भी छिपानें की कोशिश करें यह आगे भी एक्सपोज होता रहेगा।
Anti-Hindu face of Congress exposed again - Arvind Sisodia
मालेगांव ब्लास्ट मामले में गवाह के खुलासे पर
भगवा आतंक के नाम परUPAने 300-400 करोड़ रुपये खर्च की - इंद्रेश कुमार
कांग्रेस हिंदुओं पर झूठे केस किए माफी मांगे - यूपी के मुख्यमंत्री योगी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने शनिवार को दावा किया कि पूर्व की यूपीए सरकार ने तथाकथित भगवा आतंक के झूठे केस में उन्हें फंसाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी । पूर्व की यूपीए सरकार पर हमला करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि जब यूपीए सत्ता में थी तो मेरे खिलाफ भगवा आतंक के नाम पर 300-400 करोड़ रुपये खर्च की, पूरी मशीनरी लगा दी, लेकिन फिर भी आरोपी के रूप में वे मेरा नाम नहीं जुड़वा सके । फिर इस बेचारी सरकार को लोगों ने 2014 में सत्ता से बाहर कर दिया ।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, दिग्विजय सिंह, सुशील शिंदे , राहुल गांधी ने मिलकर एक सोची समझ साजिश रची थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का गलत उपयोग कर आरोपी बनाने की साजिश की गई । उस समय एफआईआर में मेरा या योगी आदित्यनाथ का नाम नहीं था ।
आज राहुल गांधी खुद को हिंदू बता रहे हैं, जबकि उस वक्त हिंदू को आतंकवाद कहा गया था ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फर्रूखाबाद में जन विश्वास यात्रा को सम्बोधित करते हुये मालेगांव ब्लास्ट का मुद्दा उठाया । ब्लास्ट के गवाहों के खुलासे के बाद सीएम योगी ने षडयंत्रकर्ता कांग्रेस पर जवाबी हमला करते हुये कहा है कि “ कांग्रेस के राज में हिंदूओं पर झुठे केस दर्ज हुए, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।”
मालेगांव ब्लास्ट के गवाह ने सुनवाई के दौरान महाराष्ट्र एटीएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उस पर सीएम योगी के नाम लेने का दबाव बनाया गया था, साल 2008 में मालेगांव में हुए विस्फोट मामले में इस गवाह ने अपने बयान में कहा कि उसे बीजेपी और आरएसएस नेताओं का नाम लेने के लिए दबाव और धमकी दी गई थी। गवाह ने अपने बयान में कहा कि उस समय के तत्कालीन एटीएस अधिकारी परमबीर सिंह और अन्य अफसरों ने उन्हें यूपी के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ और आऱएसएस नेता इंद्रेश कुमार समेत चार नेताओं के नाम लेने की लिए धमकी दी गई थी।
कांग्रेस पर जवाबी हमला
गवाह का बयान सामने आने के बाद अब संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय भगवा आतंकवाद के झूठे मामले में फंसाने के लिए साजिश रची गई थी। आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, दिग्विजय सिंह, सुशील शिंदे, राहुल गांधी आदी ने मिलकर एक सोची समझी साजिश रची थी। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का गलत उपयोग कर आरोप बनाने की साजिश की गई । उस समय एफआईआर में मेरा या योगी आदित्यनाथ का नाम नहीं था.
परमबीर सिंह पर दबाव बनाने का आरोप
परमबीर सिंह पर उस गवाह ने नाम लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। परमबीर को इसी महीने पुलिस सेवा से निलंबित किया जा चुका है। 100 करोड़ वसूली केस और अन्य मामलों में उनकी संलिप्ता को लेकर ये कार्रवाई की गई थी। साल 2008 में मुंबई से करीब 200 किलोमीटर दूर मालेगांव में एक मस्जिद के पार धमाका हुआ था, इस धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक लोग बुरी तरह घायल हो गए थे । जांच में सामने आया था कि धमाका मस्जिद के पास ही में रखे मोटर साइकिल के जरिए किया गया था । शुरुआत में इसकी जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही थी। इसके बाद एनआईए ने जांच का जिम्मा संभाला लिया था, उस वक्त परमबीर सिंह एटीएस में ही थे।
दरअसल एनआईए की अदालत में एक गवाह ने अपने पहले के बयान से मुकरते हुए कहा कि एटीएस ने उसे योगी आदित्यनाथ और संघ के चार नेताओं का नाम लेने के लिए मजबूर किया था। यह विस्फोट 2008 में हुआ था, और अब तक इस मामले में 20 में से 15 गवाह अपनी गवाही से मुकर चुके हैं।
इसी को लेकर दिल्ली में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कांफ्रेंस की और कांग्रेस पर सिलसिलेवार तरीके से हमला बोला है। पात्रा ने इस दौरान कहा- “आप सोच सकते हैं, हिन्दूओं के प्रति कांग्रेस पार्टी के मन में किस प्रकार की घृणा रही होगी और ये षड्यंत्र कितना बड़ा रहा होगा कि इतने बरस बाद भी परत दर परत षड्यंत्र के पत्ते खुल रहे हैं”।
पात्रा ने आगे कहा कि “ सोच के देखिए कि ये लोग साधु-संतों को, मठों को, यूपी के मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए, भगवा को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। ये, लोगों को प्रताड़ित करके झूठी बातें कहवाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि यह बड़ी साजिश थी, इसमें कोई शक नहीं है।”
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वहीं इसे लेकर सीएम योगी ने भी कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। यूपी के फर्रुखाबाद में जन विश्वास यात्रा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने देश में सर्वाधिक समय तक शासन किया है। उस समय कांग्रेस बीजेपी के कार्यकर्ताओं, नेताओं, आरएसएस के नेताओं के साथ-साथ हिंदू नेताओं को झूठे मुकदमें में फंसाने का काम करती थी। उन्होंने कहा- आपने मालेगांव विस्फोट में देखा होगा। कांग्रेस की शरारत देश के खिलाफ अपराध है और कांग्रेस को इसके लिए मांफी मांगनी चाहिए”।
सीएम योगी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा “ये लोग आतंकवादियों को पालती रही है। सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस हिन्दू संगठनों पर झूठे मुकदमे दर्ज करती थी।”