विराट कोहली नें पाकिस्तान से जीत छीन कर भारत की झोली में डाली
भारत में सबसे बडा त्यौहार दीपावली मनाया जा रहा है, आज छोटी दीपावली मनाई जा रही थी। इस पर पाकिस्तान से मैच होना, पूरे देश की सांसे रोक देता है। भारत यह मैच हार जाता तो त्यौहार का मजा किर किरा हो जाता । भारत को फाईनल से कोई मतलब ही नहीं है। भारत को तो पाकिस्तान से जीत से मतलब होता है। जिसमें भारत जीत गया।
जहां तक भारत की जीत का सवाल है, उसे अकेले विराट कोहली की जीत कहा तो जा सकता है मगर रन स्कोर को इस मुकाम तक पहुंचानें में हार्दिक पाण्डया की जबरदस्त सूझबूझ और साझेदारी को भी सलाम करना ही होगा, उन्हे अलग नहीं किया जा सकता। जब पाकिस्तान इस मैच को लगभग जीत ही चुका था , तब निश्चितरूप से विराट कोहली के अनुभव और पराक्रम का ही परिणाम था कि आखरी बाल पर भारत नें मैच जीत कर, पाकिस्तान को सुनिश्चित जीत दूर कर दिया। यह भी कहा जा सकता है कि विराट कोहली नें पाकिस्तान से जीत छीन ली ।
मैच में एक समय भारत,सिर्फ 31 रन पर 4 विकेट गंवा चुका था, उसके मुख्य बल्लेबाज राहुल, रोहित, सूर्यकुमार यादव मामूली स्कोरों पर आउट हो कर लौट चुके थे। इसके बाद विराट कोहली और हार्दिक पंड्या ने क्रीज पर बनें रह कर पहले मैच को बचाये रखा। दोनों ने मिल कर 78 गेंदों में 113 रन की साझेदारी की, जिसमें हार्दिक पंड्या के बहुमूल्य 40 रन का योगदान रहा और तब तक विराट कोहली ने भी 41 गेंदों में 69 रन जोड़े थे। मगर तब मैच हाथ से बाहर चल रहा था।
विराट कोहली की ये पारी इसलिए और खास बन गई कि हार्दिक पंड्या के आउट होने के साथ ही भारत और बड़ी मुसीबत में फंस गया। तब विराट कोहली ने अपने संयम और पराक्रम से ही पाकिस्तान की षडयंत्रपूर्ण गेदबाजी का सामना किया और आखिरी ओवर में जरूरी रन जुुटानें में निर्णायक भूमिका निभाई । अंतिम ओवर में उनका छक्का पाकिस्तान पर भारी पड़ गया, भारत जीत के मुंहानें पर पहुंच गया, मैच वाइड बाल से टाई तो हो गया था, मगर अंतिम गेंद पर एक रन बनने के साथ ही भारत विजयी हो गया। इसी के साथ देश में बडी दिवाली जैसा जश्न मन गया।
विराट कोहली की पारी की सबसे खास बात ये रही कि कोहली ने शुरुआती 20 गेंदों में सिर्फ 11 रन बनाए थे, मगर उन्होनें इस दौरान मैदान को पूरी तरह से समझा, पाकिस्तान के दिमाग को भी पढ़ा । उन्होने अगली 33 गेंदों पर 71 रन बनाये। विराट कोहली ने मैच में कुल 53 गेंदों पर नाबाद 82 रन बनाकर टीम को विजय श्री दिलाई।
विराट कोहली की इस साहसी पारी की वजह से ही भारत ने असंभव सी लग रही इस जीत में विजय मिली और ईश्वर ने भी इस विजय में मदद की । अर्थात पुरूषार्थी का साथ भगवान भी साथ देता है। अंतिम ओवर में पाकिस्तान की गेदबाजी इस तरह की थी कि रन नहीं बनें , होना भी चाहिये, किन्तु इस चक्कर में नो बोल और वाईड बोल भी हुई । 6 गेंदों का ओवर 9 गेंदों में पूरा हुआ जिसमें अंतिम गेंद पर भारत विजयी हुआ। साहस से आक्रमण का जबाव देनें का नतीजा विजय के रूप में निकला । हलांकी इस दौरान भी भारत के दो विकेट भी गिरे। मैच के मेन ऑफ दा मैच कोहली को ही चुना गया।