Quantcast
Channel: ARVIND SISODIA
Viewing all 2994 articles
Browse latest View live

केजरीवााल से मांगा सबूत : दिल्ली पुलिस ने फोन टेपिंग मामले में

$
0
0


झूठे आरेाप लगाना इनके पाखण्ड का हिस्सा है।देश के पीएम पर झूठे आरोप लगाने में इन्हे गिरफतार करना चाहिये ।क्यों कि इनके झूठ से देश की इज्जत पर दाग लगता हे। देश की हंसी उडाई जाती है।

- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा जिला कोटा 


फोन टेपिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने केजरीवााल से मांगा सबूत

http://www.punjabkesari.in
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने न्यायधीशों के कथित फोन टेपिंग मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से सबूत मांगे है। दिल्ली के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा ने केजरीवाल को इस बारे में बाकायदा एक पत्र लिखा है और कहा है कि वह अपने उस बयान का सबूत दें कि जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि न्यायधीशों के फोन टेप किए जा रहे हैं।

केजरीवाल ने दिया जवाब
केजरीवाल ने इसके जवाब में कहा है कि वह उनसे सबूत मांगने की बजाए इस बारे में गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) से संपर्क करें तो ज्यादा बेहतर होगा। उन्होंने कहा आईबी सबके फोन टेप करती है। मेरी भी करती है, लेकिन जजों के फोन टेप करना गलत है। उन्हें ब्लैकमेल किया जा सकता है और इसका सीधा असर न्यायिक प्रक्रिया पर पड़ सकता है। दिल्ली उच्च न्यायालय की स्थापना के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर गत सोमवार को केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की मौजूदगी में कहा था मैंने उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों को यह बात करते सुना है कि फोन पर बात मत किया करो, हमारे फोन टेप हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस अब उनके इस बयान के सबूत मांग रही है।  

पुलिस ने केजरीवाल से कहा है कि वह उन सूत्रों का खुलासा करें जिसके आधार पर उन्होंने फोन टेपिंग का आरेाप लगाया है। पुलिस आयुक्त ने इस बारे में आज केजरीवाल को भेजे पत्र में लिखा है ‘‘हाईकोर्ट की 50 वीं सालगिरह पर आपने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि जजों के फोन टेप किए जा रहे हैं। ‘कुछ मीडिया रिपोट््र्स के मुताबिक, ऐसा आपने कुछ जजों को बात करते हुए सुना था। जैसा कि आपको मालूम है कि फोन टेपिंग एक गंभीर मामला है। तब तक इसकी मंजूरी नहीं मिलती है, जब तक कोई बड़ा अधिकारी कानूनी तौर पर इसकी सिफारिश न कर दे। इसलिए इस बारे में आपका जिक्र करना गंभीर चिंता का विषय है। आप हमें फोन टेपिंग की किसी घटना के बारे में बताएं, जिसके हवाले से आपने इसका जिक्र अपने भाषण में किया।‘’

केजरीवाल ने 31 अक्टूबर के कार्यक्रम में यह भी कहा था कि वह नहीं जानते कि फोन टपिंग मामले में कितनी सच्चाई है लेकिन अगर ऐसा हो रहा है तो यह न्यायपालिका के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने इस अवसर पर अदालतों में खाली पदों और उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम व्यवस्था की सिफारिशों को लागू करने में देरी पर भी सवाल उठाए थे। केजरीवाल ने जिस दिन यह आरोप लगाया था उसी समय वहां मौजूद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उनके आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। इसके बाद गृहमंत्रालय ने भी इस बारे में मीडिया में आयी खबरों का खंडन करते हुए बाकायदा एक बयान जारी करके कहा था कि इस आरोप में कोई सच्चाई नहीं है।


पुलिस मुठभैड़ और आन्तरिक सुरक्षा - पवन जैन

$
0
0





भोपाल एनकाउन्टर पर मप्र पुलिस के जबांज और विलक्षण प्रतिभा के धनी आईपीएस अधिकारी श्री पवन जैन ने क्या शानदार लिखा है। आप भी पढिए : -

पुलिस मुठभैड़ और आन्तरिक सुरक्षा

  - पवन जैन

    आजकल मध्यप्रदेश की जेल में प्रहरी की जघन्य हत्या कर  फरार हुए 8 अपराधियों की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर तमाम मीडिया, जनवादी संगठनों, राजनेताआें, राष्ट्रवादी और  मौका परस्तों द्वारा घटना के तथ्यों की मनचाही विवेचना कर निष्कर्ष पर पहुंचने की होड़ मची हुई है।निन्दा, आलोचना, दोषारोपण, तोहमत और  कालिख लगाने के लिये पुलिस से बेहतर लक्ष्य कोई दूसरा नहीं हो सकता है।यूं तो पानी, बिजली, सड़क, भ्रष्टाचार,मंहगाई, बेरोजगारी, तमाम समस्याएं हैं, जुलूस, धरने,आंदोलन और प्रदर्शन के लिये, पुलिस न तो इन समस्याआें के कारण में है और न समाधान में, इतना जरूर है कि जब भी इन प्रदर्शनों में जमा भीड़ बेकाबू होती है और हिंसा, तोड़-फोड़ तथा आगजनी पर उतारू हो जाती है तो कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस को कमान संभालनी पड़ती है।  हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिये पुलिस को कभी लाठी, कभी अश्रु गैस और कभी गोलीबारी का सहारा लेना पड़ता है। मूल समस्याएं तो उतर जाती हैं लोगों के दिमाग से और पुलिस की ज्यादती जांच का मुद्दा बन जाती है। समस्याआें से ध्यान हटाने का और पुलिस के सिर कालिख पोतने का यह नुस्खा, जो अग्रेजों ने हिन्दुस्तान में आजमाया था, कमोवेश आज भी जारी है।चूक किसी की भी हो, खामियाज़ा पुलिस को ही भुगतना पड़ता है।

भोपाल में भी जेल प्रहरी की निर्मम हत्या कर केन्द्रीय जेल की ऊंची दीवारें फलांग कर फरार हुए इन दुर्दांत अतातायियों  को पकड़ने की जिम्मेदारी भी दीपावली की उस रात  थकी-हारी पुलिस की ही थी। जघन्य अपराध के आदी इन क्रूर हत्यारों को पकड़ने में पुलिस ने कोई कोताही नहीं बरती और कुछ घण्टों में ही  उन्हें धराशायी भी कर दिया। अब सवाल यह है कि अपराधी असली थे और पुलिस भी असली तो फिर मुठभेड़ फर्जी कैसे हो सकती है?जहां जान का आसान्न खतरा हो, वहां क्या पुलिस समुचित बल का प्रयोग भी नहीं कर सकती? जब इस  देश में एक  कानून का तंत्र, लोकतांत्रिक  व्यवस्थाएं, मानव अधिकार के संगठन और स्वतंत्र न्यायपालिका है तो हर कोई अपना निर्णय क्यों सुना रहा है?

पुलिस हमारी आन्तरिक सुरक्षा की पहली दीवार है। आतंकवाद हो या नक्सलवाद, कानून व्यवस्था की चुनौती हो या आपदा की कोई तीज त्यौहार हो या साम्प्रदायिक तनाव, ऐसी तमाम विषम परिस्थितियों की पहली  मार पुलिस ही झेलती है। पिछले 60 सालों में 35000 से ज्यादा  पुलिस के जवानों ने मादरे-वतन  की राह में कर्तव्य की बलवेदी पर   बलिदान किया है - कवि नीरज जी के शब्दों में-
  ’’जली हैं आग में जब जब भी शहर की सड़कें,
       मेरे ही पांव के छालों ने तब नमी की है।’’

पुलिस मुठभेड़ की राष्ट्रव्यापी बहस के तमाम कानूनी पहलू भी हैं। एक संत से सवाल किया गया कि समाज में ऋषि, मुनियों और संतों की जरूरत कब तक है ? तो उन्होंने जवाब दिया कि जब तक दुर्जन और पापी लोग समाज में हैं।  निश्चित रूप से वह एक आदर्श समाज होगा, जहां पुलिस न हो, अपराध न हो, समस्याएं न हों, लेकिन जब तक समाज में अपराधी हैं, तब तक पुलिस की जरूरत भी रहेगी।  मुठभेड़ पर जैसे चाहे, अनचाहे, मनचाहे सवाल कीजिए,  पर आन्तरिक सुरक्षा की पहली दीवार को ध्वस्त करने की कोशिश मत कीजिये।

लेखक मप्र के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं मप्र आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं
----------------------------

हमारे हर देवी देवता के पास शस्त्र जरूर हैं ! जो सन्देश देते हैं कि शैतान का वध करना व्यवस्था निमार्ण के लिए जरुरी है !! सेना का पुलिस का सरकार का काम व्यवस्था निर्माण करना है ! शैतानी ताकतें किसी भी रूप में हों, उन्होंने कोई भी मुखोटा क्योँ न लगा रखा हो ! उन्हें उनके किये का  दण्ड बेहिचक दिया जाना चाहिए !!
- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा , कोटा , राजस्थान । 
9509559131 
----------------------------

:: आयी जानकारी ::

इन आतंकियों ने खंडवा में भी किसी सिपाही का गला काटा था??
इन्होंने भोपाल जेल में भी प्रधान आरक्षक शहीद रामशंकर का गला काटा??
ये पहले भी जेल से भागे थे क्या??
आतंकियों के मानवाधिकारों की व्यापक चिंता करने वाले विद्वानों को इन बिंदुओं पर भी थोड़ा प्रकाश नहीं डालना चाहिए क्या??
😡😡😡😡😡
लीजिये प्रस्तुत है उन मासूम और महान आतंकवादियों की जीवनी।
भोपाल जेल से फरार हुए जिन आठों आतंकियों को एनकाउंटर में मारा गया उन पर बम ब्लास्ट, बम बनाने, बैंक डकैती, मर्डर और युवाओं को जेहादी बनाने के आरोप थे। कितने खतरनाक थे आठों आतंकी…
अब्दुल मजीद
- मजीद उज्जैन के महिदपुर का एक इलेक्ट्रीशियन था। वह रॉड बम बनाने में माहिर था।
- बाद में वह सिमी की स्लीपर सेल का मेंबर बन गया। कई तरह के बम को तैयार करने और उनकी सप्लाई में शामिल हो गया।
- 2014 में उसे गिरफ्तार किया गया। इस ऑपरेशन में पुलिस को विस्फोटक से भरे पांच ड्रम और जिलेटिन की रॉड मिली थीं।
- 2013 में महाराष्ट्र के सोलापुर से बम बरामद हुए थे। जांच में पता चला कि इन्हें मजीद ने ही तैयार किया था।
मेहबूब गुड्डू
- खंडवा का रहने वाला था। अबू फैजल का करीबी था। अबू खुद को मध्य प्रदेश सिमी का चीफ बताता था।
- गुड्डू 2009 के एक ट्रिपल मर्डर केस में आरोपी था। उसने स्टेट एटीएस के कॉन्स्टेबल सीताराम यादव, एक बैंक मैनेजर और एक वकील का कत्ल किया था।
- वह 2008 के अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट का भी आरोपी था। उस पर 2011 में रतलाम में एक एटीएस कॉन्स्टेबल के मर्डर में शामिल होने का भी आरोप था।
- खंडवा जेल से फरार होने के बाद गुड्डू एक आईईडी बनाते समय झुलस गया था।
- गुड्डू को उसकी मां नजमा बी और तीन दूसरे साथियों के साथ फरवरी 2016 में उड़ीसा के राउरकेला से गिरफ्तार किया गया था।
जाकिर हुसैन
- जाकिर हुसैन उर्फ विक्की डॉन उर्फ विनय कुमार खंडवा में सैल्स टैक्स कॉलोनी के पास झुग्गीबस्ती का रहने वाला था।
- सिमी के कॉन्टेक्ट में होने की वजह से पहली बार उसे 2008 में पकड़ा गया। उस पर 2008 से 2011 के बीच देवास, इटारसी और कटनी में बैंक डकैती का आरोप था।
- 2010 में भोपाल की मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस कंपनी में हुई डकैती में भी वह शामिल था। इस कंपनी से 12 किलो सोना लूटा गया था।
- मध्य प्रदेश एटीएस ने उसे सिमी के कुछ और मेंबर्स के साथ 2011 में गिरफ्तार किया था। यह सिमी के उन आतंकियों में शामिल था, जो खंडवा जेल से 2013 में फरार हुए थे।
- हुसैन पर 2014 में तेलंगाना में एसबीआई की करीमनगर ब्रांच से 46 लाख रुपए लूटने का भी आरोप था। उसे भी राउरकेला से ही पकड़ा गया था।
अमजद खान
- अमजद खान उर्फ पप्पू उर्फ उमर चीरा खदान खंडवा का रहने वाला था। अमजद और शेख मेहबूब पर बीजेपी के काउंसलर प्रमोद तिवारी पर जानलेवा हमला करने का आरोप था।
- 27 साल के अमजद को मणप्पुरम फाइनेंस में हुई लूट के मामले में जून 2011 में गिरफ्तार किया गया था।
- अमजद 2008 से 2011 के बीच मध्य प्रदेश में हुईं कुछ बैंक डकैतियों में भी शामिल था। खंडवा जेल से फरार हुए सात आतंकियों में अमजद भी शामिल था।
- उसे भी राउरकेला से गिरफ्तार किया गया था।
मोहम्मद अकील खिलजी
- खंडवा का रहने वाला था। 2012 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से गिरफ्तार किया गया था।
- 2011 में खिलजी के घर से सिमी के 10 आतंकी पकड़े गए थे। आरोप है कि वे बीजेपी और आरएसएस के नामी नेताओं के कत्ल का प्लान बना रहे थे।
- खिलजी पर खंडवा में सिमी का बेस बनाने का आरोप था।
मोहम्मद खालिद अहमद
- खालिद महाराष्ट्र के सोलापुर जिले का रहने वाला था। दिसंबर 2013 में उसे अबू फैजल के साथ मध्य प्रदेश में बड़वानी जिले के सेंधवा से गिरफ्तार किया गया था। अबू फैजल खंडवा जेल से फरार आतंकियों का मुखिया था।
- मध्य प्रदेश एटीएस की पूछताछ में खालिद ने कबूल किया था कि उसने उस समय के केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और उनकी बेटी के कत्ल का प्लान बनाया था।
मोहम्मद सालिक
- सालिक का एक भाई पहले पुलिस कॉन्स्टेबल था। सालिक खंडवा के गुलशन नगर का रहने वाला था और सिमी का कट्टर आतंकी था।
- 2011 में पुलिस ने खंडवा की गुलमोहर कॉलोनी के एक मकान पर छापा मारा तब सालिक फरार हो गया था।
- 2013 में जब सिमी आतंकी खंडवा जेल से फरार हुए तो दाे साल छुपे रहने के बाद सालिक उनके साथ हो लिया।
- सालिक को भी राउरकेला से फरवरी में गिरफ्तार किया गया था।
मुजीब शेख
- मुजीब शेख आतंकी गुट इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) से भी जुड़ा था।
- उसे सिमी और आईएम के सात आतंकियों के साथ जून 2011 में जबलपुर से गिरफ्तार किया गया था।
- बाद में पता चला कि वह 2008 में अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट करने वालों में मुजीब शामिल था।
- उसने सूरत में बम लगाए थे और जिहादी एक्टिविटीज के लिए युवाओं को ट्रेनिंग दी थी।
सिमी बन गया था इंडियन मुजाहिदीन
- इंडियन मुजाहिदीन को सिमी और पाकिस्तानी टेरेरिस्ट ग्रुप लश्कर का मुखौटा माना जाता है।
- कहा जाता है कि सिमी पर बैन लगने के बाद इसके मेंबर्स ने इंडियन मुजाहिदीन नाम से नया गुट बना लिया था।
- इन्वेस्टिगेटर्स मानते हैं कि आईएम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारों पर चलता है। अब यह सिमी से भी ज्यादा खतरनाक हो गया है।
- जून 2010 में भारत ने आईएम पर बैन लगा दिया। अक्टूबर 2010 में न्यूजीलैंड ने आईएम को टेरोरिस्ट ग्रुप डिक्लियर किया। 2011 में अमेरिका ने उसे फॉरेन टेरोरिस्ट ग्रुप की लिस्ट में शामिल किया।
-----------

दिग्विजयसिंह ने कहा मोदी को युद्ध का सौदागर!

राहुल गांधी ने कहा मोदी को खून का दलाल! और फिर अखिलेश यादव ने किया बयान का समर्थन!

केजरीवाल ने सेना व पीएम से माँगे सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत!

संजय निरुपम ने कहा सर्जिकल स्ट्राइक फ़र्जी है!

आज से 2500 साल पहले चाणक्य ने बिलकुल सही कहा था, "जब गद्दारों की टोली में हाहाकार हो तो समझ लो देश का राजा चरित्रवान और प्रतिभा संपन्न है और राष्ट्र प्रगति पथ पर अग्रसर है!"

---------------

दो धरनों में दो कथित आत्महत्यायें : जांच कराओ राजनैतिक हत्याओं की आशंका

$
0
0



*   धारा 306 के तहत किसी व्यक्ति के लिए ऐसे हालात पैदा कर  दबाव डालना या मजबूर करना, जिससे वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाए। यह गैर जमानती धारा है। इसके तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को 10 साल तक की सजा जुर्माना हो सकता है। साथ ही इस केस की सुनवाई केवल सेशन कोर्ट या उससे ऊपर की अदालत में हो सकती है।

अपराध के लिए उकसाने , खुदकुशी के लिए उकसाने , आपराधिक षड्यंत्र  सहित अनेकों अपराधों का युग्म महसूस हो रहा हे इस लिए  उच्चस्तरीय जाँच हो । जाँच अधिकारी इस स्तर का हो जो कांग्रेस राजकुमार और केजरीवाल से भय नहीं खाये ।

कोई विवाहिता सुसराल में आत्महत्या कर लेती हे तो पुलिस सुसराल पक्ष के अनगिनित लोगों को अपराधी मान  कर मुकदमा दर्ज कर लेती  है । फिर धरना आयोजकों को कैसे बक्सा जा सकता है । प्रत्येक सह भागी की जिम्मेवारी उनकी हे ।

** जांच कराओ राजनैतिक हत्याओं की आशंका है:- दिल्ली में दो धरनों में दो कथित आत्म हत्यायें !! मामले को तूल देनें और सरकार पर अत्याधिक दवाब बनानें के मकसद से !! यह मीडिया मनेजमेंट का तरीका है। मगर इसमें आपराधिकता स्पष्टतौर पर झलक रही हे। यदि कोई भी षड़यंत्र है तो आत्महत्या नहीं हत्या का मामला बनता है। - अरविन्द सिसोदिया, कोटा, राजस्थान ।


------------


सच्चाई :
*क्या सैनिक आत्महत्या करते है?*🔴
*रामकिशन की कहानी*
1. रामकिशन 2004 में सेना से सेवानिवृत्त हो कर स्थानीय राजनीती में उतरे और कांग्रेस नेताओं से नज़दीकियों की बदौलत सरपंच बने।
2. 2004 से कांग्रेस शासन में उनकी पेंशन मात्र 13000 रूपये थी जो की मोदी सरकार में OROP के लागू होने के बाद 28000 हो गयी थी।
3. कांग्रेस से नजदीकी की बदौलत ही उन्हें सन् 2005 और 2008 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया गया, उन्हें ये पुरस्कार ODF (Open Defection Free) यानि गांव के हर घर में शौचालय बनवाने और खुले में शौच को पूर्ण रूप से बंद करने के कारण मिला।
4. सन् 2015 में सर्कार के पास एक शिकायत आयी की राम किशन द्वारा किये गए दावे झूठे हैं और ऐसे में उन से पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए।
5. सर्कार ने जब जांच की तो पाया कि महज़ 15% घरों में ही शौचालय बनाये गए थे, जिबकी दावा 100% घरों में शौचालय बनाने का किया गया था जो की सिर्फ कागज़ों पर था हकीकत में नहीं।
6. जांच आगे बढ़ी तो पाया गया रामकिशन द्वारा फ़र्ज़ी बिलों का भुगतान किया गया है, इस पर सन् 2016 में सर्कार ने रामकिशन को आरोपी बनाया।
7. रामकिशन अब सर्कार को गुमराह करने, सरकारी खजाने को नुकसान पहुचाने, धोखाधड़ी करने, कूट रचित दस्तावेज़ तैयार करने के आरोपी बन चुके थे, ऐसे में उनका बचना लगभग असंभव था?
8. रामकिशन ने ये घोटाला अकेले नहीं किया था बल्कि अपने बाकि के राजनितिक साथियों के साथ मिल कर इस घोटाले को अंजाम दिया था। जब उन सब को लगा की अब हम सब फंस जायेंगे तो उन्होंने रामकिशन को ये सुझाव दिया कि तुम ज़हर खाने का नाटक करो, हम सब तुम्हे बचा लेंगे (जैसा गजेंद्र को आश्वासन दिया गया था) लेकिन वे नेता और उनके हाईकमान रामकिशन को ख़त्म कर उस केस को बंद करना चाहते थे जिसकी वजह से उनकी गर्दन फंस गयी थी?
_क्या कोई सैनिक आत्महत्या कर सकता है? कौन थे वो लोग जो रामकिशन के साथ थे और फ़ोन पर पीछे से रामकिशन को बता रहे थे की क्या बोलना है? वो लोग किस राजनैतिक पार्टी के सदस्य या नेता है? क्या वो सब भी इस घोटाले में शामिल थे? तो क्या रामकिशन की हत्या में बड़े नेता भी शामिल हैं? क्या इन्ही बड़े नेताओं ने अपना नाम बचाने के लिए रामकिशन की बलि दे दी और उसे मौत के घाट उतार दिया?_
_एक सवाल ही मन में क्या कोई सैनिक आत्महत्या कर सकता है? *सैनिक तो अंतिम दम तक लड़ने वाले होते है।* फिर भी अगर कोई सैनिक आत्महत्या किया तो वो असली सैनिक नही होगा या फिर कोई राज है।_
और एक सच्चाई :----
1. रामकिशन ग्रेवाल ने सिर्फ 6 साल सेना की नौकरी की और निकल गया, फिर 24 साल DCS सर्विस की । 6 साल की नौकरी पर पेंशन के हकदार नही होते। फिर भी OROP में जो प्रॉब्लम थी वो उसके बैंक खाते की प्रॉब्लम थी ।
.
2. रामकिशन बामला गाँव का सरपंच था। गाँव के शौचालय बनाने के नाम पर इसने लाखों रूपये का घोटाला किया। इसके खिलाफ जांच बैठायी गयी है ।
.
3. इसने 31 Oct को रक्षा मंत्री जी को पत्र लिखा और एक दिन बाद ही तथाकथित आत्महत्या कर ली ।
.
4. पोलिटिकल स्क्रिप्ट के तहत, उसके खाने में celphos नामक जहर मिलाया गया और मौत को आत्महत्या करार कर दी गई, और फिर इस पर राजनीती शुरू कर दी गई !
.
5. बैंक खाते में कुछ टेक्निकल प्रोब्लेेम की वजह से इसको OROP के 28000 की जगह 23000 रु /महीने मिल रहा था ... कोई आदमी यह मुद्दे पर आत्महत्या नहीं कर सकता । जो लोग उनकी मौत पर राजनीती कर रहे है, वहीँ लोगों ने उसका प्री प्लान्ड मर्डर किया होगा !
---------------------
.
आमआदमीपार्टी और कोंग्रेस राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, पहले एक किसान गजेंद्र को भी इसी तरह मरवा दिया था और अब इसको भी मरवा दिया ।
और रही बात OROP की, तो 40 साल से पेंडिंग OROP सुविधा को सिर्फ मोदी सरकार ने ही लागू किया है । ये जो OROP का 28000 या 23000 आ रहा है वो सिर्फ मोदी सरकार ने लागू किया है , वरना पहले किसी भी सरकार ने OROP के नाम पर 1 रु भी नही दिया । आए बड़े राजनीती करने !
-----
1. रामकिशन ग्रेवाल ने सिर्फ 6 साल सेना की नौकरी की और निकल गया, फिर 24 साल DCS सर्विस की । 6 साल की नौकरी पर पेंशन के हकदार नही होते।  फिर भी OROP में जो प्रॉब्लम थी वो उसके बैंक खाते की प्रॉब्लम थी ।
.
2. रामकिशन बामला गाँव का सरपंच था। गाँव के शौचालय बनाने के नाम पर इसने लाखों रूपये का घोटाला किया। इसके खिलाफ जांच बैठायी गयी है ।
.
3. इसने 31 Oct को रक्षा मंत्री जी को पत्र लिखा और एक दिन बाद ही तथाकथित आत्महत्या कर ली ।
.
4. पोलिटिकल स्क्रिप्ट के तहत, उसके खाने में celphos नामक जहर मिलाया गया और मौत को आत्महत्या करार कर दी गई, और फिर इस पर राजनीती शुरू कर दी गई !
.
5.  जो लोग उनकी मौत पर राजनीती कर रहे है, वहीँ लोगों ने उसका प्री प्लान्ड मर्डर किया होगा !
---------------------
.
आम आदमी पार्टी और कोंग्रेस राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, पहले एक किसान गजेंद्र सिंह  को भी इसी तरह मरवा दिया था और अब इसको भी मरवा दिया ।

और रही बात OROP की, तो 40 साल से पेंडिंग OROP सुविधा को सिर्फ मोदी सरकार ने ही लागू किया है । ये जो OROP का 28000 या 23000 आ रहा है वो सिर्फ मोदी सरकार ने लागू किया है , वरना पहले किसी भी सरकार ने OROP के नाम पर 1 रु भी नही दिया ।

-------------------


किसान गजेंद्र सिंह के परिजनों का सीएम केजरीवाल पर हमला दिल्ली में आप की रैली में खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह के परिवार ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है...

किसान गजेंद्र सिंह के परिजनों का सीएम केजरीवाल पर हमला
Posted on: November 04, 2016 IBNKHABAR.COM
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में खुदकुशी करने वाले किसान गजेंद्र सिंह के परिवार ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया है। गजेंद्र सिंह के भाई विजेंद्र सिंह ने कहा है कि रामकिशन ग्रेवाल को एक करोड़ की आर्थिक मदद का दिल्ली सरकार ने ऐलान किया लेकिन गजेंद्र सिंह के परिवार को दिल्ली सरकार ने आर्थिक मदद नहीं की, जो पार्टी की रैली के दौरान ही पेड़ पर फंदे पर झूल गया था।
अप्रैल 2015 में दिल्ली के जंतर-मंतर पर ही आप की किसान रैली में पार्टी नेता मंच से भाषण दे रहे थे जब मंच से कुछ ही दूरी पर किसान गजेंद्र सिंह ने पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या कर ली थी। गजेंद्र ने आत्महत्या करने से पहले इसकी धमकी भी दी थी लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की। अब दिल्ली सरकार के रवैये को लेकर गजेंद्र के परिवार का दर्द बाहर आया है।

दिल्ली के जंतर मंतर पर रिटायर्ड फौजी रामकिशन ने बीते मंगलवार को जहर खाकर खुदकुशी कर ली है। वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल ने मंगलवार रात आत्महत्या कर ली। रामकिशन सोमवार को साथियों के साथ छठे और सातवें वेतन आयोग के मुताबिक बढ़ी हुई पेंशन की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे। 



भाजपा की परिवर्तन यात्रा : बुंदेलखंड वीरों की भूमि है : अमित शाह

$
0
0








भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) के झाँसी में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत के अवसर पर दिए गए संबोधन के मुख्य बिंदु
कोई भी महिला चाहे वह किसी भी धर्म अथवा समुदाय से क्यों न हो, उसके अधिकारों की रक्षा भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार करेगी, हम ट्रिपल तलाक के पक्ष में नहीं हैं: अमित शाह
**********
हमारी राय है कि सभी महिलाओं को संविधान ने जो अधिकार दिए हैं, उन्हें मिलना चाहिए। सपा, बसपा और कांग्रेस इस मुद्दे पर अपनी राय स्पष्ट करे: अमित शाह
**********
मैं उत्तर प्रदेश की जनता को यकीन दिलाना चाहता हूँ कि जिन गुंडों ने राज्य के गरीबों की जमीन पर कब्जा कर लिया है, भारतीय जनता पार्टी की सरकार राज्य में बनते ही उन गुंडों को जमीन छोड़नी पड़ेगी: अमित शाह
**********
बुंदेलखंड के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा का कोई लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है क्योंकि चाचा-भतीजे के झगड़े में एजेंसी का कमीशन कौन लेगा, यह तय नहीं हो पाया है: अमित शाह
**********
भारतीय जनता पार्टी में गुंडाराज के लिए कोई जगह नहीं है: अमित शाह
**********
यदि बुंदेलखंड में केवल अवैध खनन पर रोक लगा दिया जाय तो बुंदेलखंड की तकदीर बदल जाएगी: अमित शाह
**********
मोदी सरकार की गरीब-कल्याण की योजनायें उत्तर प्रदेश के गाँव और गरीब तक पहुँच ही नहीं पाती क्योंकि बीच में लखनऊ की सरकार आ जाती है जिसको गाँव, गरीब और किसान से कोई लेना-देना नहीं है: अमित शाह
**********
सपा-बसपा, बसपा-सपा सरकारों के क्रम ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है, उत्तर प्रदेश का विकास सपा-बसपा नहीं कर सकती। राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाइये, उत्तर प्रदेश अपने आप आगे चल पड़ेगा: अमित शाह
**********
हम एक ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं जहां युवाओं को रोजगार के लिए राज्य के बाहर न जाना पड़े, कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक हो और महिलायें सुरक्षित हों: अमित शाह
**********
उखाड़कर फेंक दीजिये समाजवादी पार्टी के गुंडाराज को और दो-तिहाई बहुमत से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाइये, मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि उत्तर प्रदेश तो देश का सबसे समृद्ध प्रदेश बनेगा ही, बुंदेलखंड भी उत्तर प्रदेश का सबसे समृद्ध हिस्सा बनेगा: अमित शाह
**********
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी यूपी का विकास करना चाहते हैं लेकिन सपा और बसपा उत्तर प्रदेश का विकास करना नहीं चाहती: अमित शाह
**********
केंद्र में हमारी सरकार के ढ़ाई साल होने को आये हैं लेकिन हमारे विरोधी भी हमपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सकते: अमित शाह
**********
केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का श्रेय केवल और केवल उत्तर प्रदेश को जाता है: अमित शाह
**********
परिवर्तन यात्रा उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधान सभा का भ्रमण करेगी और जब 24 दिसंबर को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी यात्रा का समापन करेंगें तब तक उत्तर प्रदेश की सरकार बदलने का काम पूरा हो चुका होगा: अमित शाह
**********
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री अमित शाह ने आज, रविवार को बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) के झाँसी में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की और राज्य की जनता से उत्तर प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए भाजपा की इस परिवर्तन यात्रा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि केवल भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही उत्तर प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध प्रदेश बना सकती है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि परिवर्तन यात्रा के दूसरे चरण के लिए झांसी को इसलिए चुना गया क्योंकि बुंदेलखंड वीरों की भूमि है, यह झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर छत्रसाल, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत चंद्रशेखर आजाद एवं महाकवि मैथिलीशरण गुप्त की धरती भी है।

श्री शाह ने कहा कि परिवर्तन यात्रा उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधान सभा का भ्रमण करेगी और जब आगामी 24 दिसंबर को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी यात्रा का समापन करेंगें तब तक उत्तर प्रदेश की सरकार बदलने का काम पूरा हो चुका होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का श्रेय केवल और केवल उत्तर प्रदेश को जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने 80 में से 73 सीटें भाजपा की झोली में डालकर देश भर में विकास का परिवर्तन लाने का जिम्मा श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी को सौंपा था और मोदी जी ने यह काम बखूबी अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र में हमारी सरकार के ढ़ाई साल होने को आये हैं लेकिन हमारे विरोधी भी हमपर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों तक सपा और बसपा के समर्थन से सोनिया-मनमोहन की सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले किये जबकि मोदी जी की सरकार आने के बाद से एक भी घोटाला नहीं हुआ है।

मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई अनगिनत विकास योजनाओं को जनता से साझा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हर 15 दिन में एक नई योजना शुरू की गई है लेकिन ये योजनायें उत्तर प्रदेश में नहीं पहुँच पाती, बुंदेलखंड के किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा का कोई लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है क्योंकि चाचा-भतीजे के झगड़े में एजेंसी का कमीशन कौन लेगा, यह तय नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गरीब-कल्याण की योजनायें उत्तर प्रदेश के गाँव और गरीब तक पहुँच ही नहीं पाती क्योंकि बीच में लखनऊ की सरकार आ जाती है जिसको गाँव, गरीब और किसान से कोई लेना-देना नहीं है, वह तो इसी झगड़े में पड़े हैं कि नेताजी मुलायम सिंह का वारिस कौन होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की डीपी जल गई है, इसे बदलना पड़ेगा। बुंदेलखंड की जनता का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि उखाड़कर फेंक दीजिये समाजवादी पार्टी के गुंडाराज को और दो-तिहाई बहुमत से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाइये, मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि उत्तर प्रदेश तो देश का सबसे समृद्ध प्रदेश बनेगा ही, बुंदेलखंड भी उत्तर प्रदेश का सबसे समृद्ध हिस्सा बनेगा। उन्होंने कहा कि यदि बुंदेलखंड में केवल अवैध खनन पर रोक लगा दिया जाय तो बुंदेलखंड की तकदीर बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने के लिए अटल जी ने कई योजनायें शुरू की थी लेकिन सपा-बसपा इन सारी योजनाओं को हजम कर गई। उन्होंने कहा कि कभी गुजरात, पश्चिमी महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश भी सूखा और अकाल से जूझता रहता था लेकिन वहां भाजपा की सरकार आने के बाद स्थिति पूरी तरह से बदल गई है और अब ये कृषि आधारित प्रोडक्ट का उत्पादन करने वाले राज्य बन गए हैं।

श्री शाह ने कहा कि सपा-बसपा, बसपा-सपा सरकारों के क्रम ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है, उत्तर प्रदेश का विकास सपा-बसपा नहीं कर सकती। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि केंद्र में भी मोदी जी की सरकार है, यूपी में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना दीजिये, उत्तर प्रदेश अपने आप आगे चल पड़ेगा। मायावती पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बहन मायावती जी कहती हैं कि सपा सरकार सही नहीं है, बसपा को मौक़ा दीजिये। उन्होंने यूपी की जनता से सवाल करते हुए कहा कि क्या उत्तर प्रदेश की जनता ने बसपा को मौक़ा नहीं दिया लेकिन उत्तर प्रदेश का विकास हुआ? क़ानून-व्यवस्था की स्थिति मजबूत हुई? उन्होंने कहा कि सपा-बसपा एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं, ये उत्तर प्रदेश प्रदेश का विकास कभी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा दोनों पार्टियां अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों से भरी पड़ी है, एक तरफ कुआं है तो दूसरी तरफ खाई! उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में गुंडाराज के लिए कोई जगह नहीं है।

ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “कुछ दिन पहले कुछ मुस्लिम महिलाओं ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाईं, सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर सरकार की राय माँगी। केंद्र की भाजपा सरकार ने एक मिनट की भी देरी किये बगैर सुप्रीम कोर्ट को कहा कि कोई भी महिला चाहे वह किसी भी धर्म अथवा समुदाय से क्यों न हो, उसके अधिकारों की रक्षा भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार करेगी, हम ट्रिपल तलाक के पक्ष में नहीं हैं। हमने अपनी राय स्पष्ट कर दी है, हमारी राय है कि सभी महिलाओं को संविधान ने जो अधिकार दिए हैं, उन्हें मिलना चाहिए। मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के मुद्दे पर सपा, बसपा और कांग्रेस अपनी राय स्पष्ट करे।”

मायावती के शासनकाल में हुए घोटालों की लम्बी फेहरिस्त गिनाते हुए श्री शाह ने कहा कि खाद्यान्न घोटाला, एनएचआर एमघोटाला, ताज कॉरिडोर घोटाला - न जाने कितने घोटाले मायावती के शासन के समय हुए और सबसे बढ़कर हुआ स्मारक घोटाला जब गरीबों के पैसों को, विकास के पैसों को पुतले बनाने पर खर्च कर दिया गया। अखिलेश सरकार की नाकामियों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बहन मायावती के बाद अखिलेश सरकार यूपी की सत्ता में आई लेकिन यूपी में कुछ भी नहीं बदला, बुलंदशहर की शर्मनाक घटना से पूरा देश वाकिफ है, राज्य के गरीबों की जमीन हड़पने का षड़यंत्र सपा सरकार के संरक्षण में रचा गया। उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश की जनता को यकीन दिलाना चाहता हूँ कि जिन गुंडों ने राज्य के गरीबों की जमीन पर कब्जा कर लिया है, भारतीय जनता पार्टी की सरकार राज्य में बनते ही उन गुंडों को जमीन छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में बुंदेलखंड के बच्चों को कोई नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा सबसे ज्यादा पलायन अगर कहीं से हो रहा है तो वह बुंदेलखंड और पूर्वांचल से हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना चाहते हैं जहां युवाओं को रोजगार के लिए राज्य के बाहर न जाना पड़े, कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक हो और महिलायें सुरक्षित हों। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी यूपी का विकास करना चाहते हैं लेकिन सपा और बसपा उत्तर प्रदेश का विकास करना नहीं चाहती। राज्य की जनता का का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दो-तिहाई बहुमत से भाजपा की लोक-कल्याणकारी सरकार बनाइये, हम उत्तर प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनायेंगें।

(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव

समाजवादी पार्टी कलंकों के कालिख से घिरी हुई है : अमित शाह

$
0
0





भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा यूपी के सहारनपुर में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत के अवसर पर दिए गए संबोधन के मुख्य बिंदु
सपा, बसपा और कांग्रेस ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर जो हायतौबा मचाई है, वह वोट बैंक की राजनीति के लिए मुस्लिम महिलाओं की समानता के अधिकार के साथ मजाक है: अमित शाह
************
सेना के वीर जवानों के शौर्य व पराक्रम एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्त्व में केंद्र की भाजपा सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आतंकवादियों के खिलाफ सफल सर्जिकल स्ट्राइक की गई लेकिन राहुल गांधी इसे खून की दलाली कहते हैं: अमित शाह
************
आज केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्त्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, आज कोई सीमा का अतिक्रमण करने की सोच भी नहीं सकता, आज कोई अतिक्रमण करे तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाता है, गोली का जवाब गोले से दिया जाता है: अमित शाह
************
राहुल जी, 40 सालों से अधिक समय से लंबित ‘वन रैंक, वन पेंशन'आपने नहीं, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दिया है। आप एक पूर्व सैनिक की खुदकुशी पर शर्मनाक राजनीति कर लोगों को गुमराह करना चाहते हो राहुल जी, लेकिन देश की जनता गुमराह नहीं होगी: अमित शाह
************
सपा के गुंडाराज एवं बसपा के भ्रष्टाचार ने उत्तर प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है, यदि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है तो हम यूपी को देश का नंबर एक राज्य बनायेगें: अमित शाह
************
उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे ज्यादा बहुमत वाली भाजपा सरकार राज्य में बनने जा रही है, जो इस तथ्य को नहीं समझ पा रहे हैं, वे हाथ मिला-मिला कर खुश हो रहे हैं। हाथ मिलाने से कुछ नहीं होगा, जनता के हाथ मिलाने से लोकतंत्र में सत्ता आती है: अमित शाह
************
सपा-बसपा उत्तर प्रदेश का विकास नहीं कर सकती, यदि उत्तर प्रदेश का विकास करना है तो राज्य में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी पड़ेगी: अमित शाह
************
24 दिसंबर तक की इस परिवर्तन यात्रा के दौरान ही उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दो-तिहाई बहुमत वाली सरकार की नींव डालने का काम पूरा हो जाएगा: अमित शाह
************
बहन जी के शासनकाल में यूपी में सबसे ज्यादा दलित उत्पीड़न की घटनाएं हुई, दलितों की सबसे ज्यादा हत्याएं उनके शासनकाल में हुई, नेशनल क्राइम रेट से 30% ज्यादा गुनाह बहन मायावती जी के शासनकाल के समय ही हुआ: अमित शाह
************
समाजवादी पार्टी कलंकों के कालिख से घिरी हुई है। अखिलेश जी अपना चेहरा विकास पुरुष का बनाना चाहते हैं लेकिन उनकी सरकार के संरक्षण में यूपी में अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों को संरक्षण प्राप्त है: अमित शाह
************
भारतीय जनता पार्टी में गुंडों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘गुंडा मुक्त उत्तर प्रदेश'भारतीय जनता पार्टी ही बना सकती है: अमित शाह
************
उत्तर प्रदेश को गुंडा मुक्त हमारे कल्याण सिंह जी की सरकार ने ही करके दिखाया था। जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी तब सारे के सारे गुंडे या तो जेल में थे या जमीन के अंदर थे: अमित शाह
************
यदि यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो यहाँ के एक भी व्यक्ति को अपना गाँव नहीं छोड़ना पड़ेगा, अगर किसी को गाँव छोड़ना पड़ेगा तो छुड़वाने वाले को गाँव छोड़ना पड़ेगा, मैं इसका विश्वास दिलाना चाहता हूँ: अमित शाह
************
सोनिया-मनमोहन की सरकार के समय उत्तर प्रदेश को विकास के लिए मिलने वाली राशि से एक लाख करोड़ रुपया हर साल अधिक देने का काम मोदी सरकार ने किया लेकिन राज्य की जनता तक एक भी पैसा नहीं पहुँच पाया है: अमित शाह
************
केंद्र सरकार ने लगभग 6000 करोड़ रुपये सीधा गन्ना किसानों के खाते में डालने का काम किया लेकिन राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के बकाये के भुगतान के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया: अमित शाह
************
यदि यूपी में भी भाजपा की सरकार आ जाए तो दूसरी बुआई के पहले ही गन्ना किसान के पैसे का भुगतान भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर देगी: अमित शाह
************
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री अमित शाह ने आज, शनिवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की। इस अवसर पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की बदहाली के लिए उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और राज्य के विकास के लिए प्रदेश की जनता से यूपी में भारतीय जनता पार्टी की दो-तिहाई बहुमत वाली एक लोक-कल्याणकारी सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि 24 दिसंबर तक की इस परिवर्तन यात्रा के दौरान ही उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की दो-तिहाई बहुमत वाली सरकार की नींव डालने का काम पूरा हो जाएगा।

ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर जो हायतौबा मचाई है, वह वोट बैंक की राजनीति के लिए मुस्लिम महिलाओं की समानता के अधिकार के साथ मजाक है। उन्होंने जनता से पूछते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए या नहीं, ट्रिपल तलाक की व्यवस्था जानी चाहिए या नहीं?

राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए श्री शाह ने कहा कि सेना के वीर जवानों के शौर्य व पराक्रम एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्त्व में केंद्र की भाजपा सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आतंकवादियों के खिलाफ सफल सर्जिकल स्ट्राइक की गई लेकिन राहुल गांधी इसे खून की दलाली कहते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में जब सपा, बसपा और कांग्रेस की यूपीए सरकार थी तब आए दिन सीमा का अतिक्रमण होता रहता था और आप कुछ नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्त्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, आज कोई सीमा का अतिक्रमण करने की सोच भी नहीं सकता, आज कोई अतिक्रमण करे तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाता है, गोली का जवाब गोले से दिया जाता है।


वन रैंक, वन पेंशन की चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कितनी हास्यास्पद बात है कि राहुल गांधी भी वन रैंक वन पेंशन के लिए सवाल खड़े कर रहे हैं, शायद युवावस्था में ही राहुल गांधी की याद्दाश्त कमजोर हो गई लगती है। उन्होंने कहा कि यह वन रैंक, वन पेंशन का फैसला तब का है जब आपकी दादी श्रीमती इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी जी के बाद राजीव गांधी जी प्रधानमंत्री रहे, अभी 10 सालों तक कांग्रेस की यूपीए सरकार केंद्र में रही, तब राहुल गांधी कहाँ थे, तब क्यों ओआरओपी आपने लागू नहीं किया। उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने ओआरओपी का 5500 करोड़ रुपया सीधे पूर्व सैनिकों के अकाउंट में जमा करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 40 सालों से अधिक समय से लंबित ‘वन रैंक, वन पेंशन'का मसला भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने हल किया है। राहुल गांधी पर हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “एक पूर्व सैनिक किसी कारण से आत्महत्या कर लेता है, उस पर भी मौत की राजनीति करने से आप बाज नहीं आते। आप को शर्म नहीं आती? आप एक पूर्व सैनिक की खुदकुशी पर राजनीति कर लोगों को गुमराह करना चाहते हो राहुल जी, लेकिन देश की जनता गुमराह नहीं होगी।” उन्होंने कहा कि देश की जनता को मालूम है कि ‘वन रैंक, वन पेंशन'प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लागू किया है, हर सैनिक के अकाउंट में ज्यादा पेंशन जमा होना शुरू हो गया है।

बसपा पर करारा प्रहार करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “बहन जी कहती हैं कि बसपा आयेगी तो यूपी में क़ानून और व्यवस्था ठीक हो जायेगी। बहन जी, ज़रा याद कीजिये जब आपके हाथों में राज्य की सत्ता थी तब 2008 से 2011 के दौरान क़ानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे दयनीय थी। दलित उत्पीड़न की सबसे ज्यादा घटना यदि किसी के शासनकाल में हुई तो वह बहन मायावती जी के शासन में हुई, दलितों की सबसे ज्यादा हत्याएं उनके शासनकाल में हुई। पिछड़ी जाति के डॉक्टरों की हत्या भी बहन मायावती के समय में ही हुई थी। नेशनल क्राइम रेट से 30% ज्यादा गुनाह बहन मायावती जी के शासनकाल के समय ही हुआ।”

श्री शाह ने कहा कि । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश में अच्छी क़ानून-व्यवस्था का शासन देकर दिखाया है। उन्होंने कहा कि मायावती जी की सरकार में हजारों करोड़ के घपले हुए - ताज कॉरिडोर घोटाला, एनएचआरएम घोटाला, लैकफेड घोटाला, सिक्योरिटी नंबर प्लेट का घोटाला, शुगर मिल घोटाला - एक पर एक न जाने कितने घोटाले बहन मायावती जी के शासन काल में हुए। उन्होंने कहा कि इस सबसे भी बड़ा एक और घोटाला मायावती जी के शासन में हुआ - वह था स्मारक घोटाला। उन्होंने कहा कि स्कूल, रोड, पानी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सभी के पैसे पुतले बनाने में खर्च कर दिए गए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यदि बहन जी दुबारा सत्ता में आती हैं तो उत्तर प्रदेश का कभी भला नहीं हो सकेगा, हाँ, उनकी 200-300 और प्रतिमाएं जरूर लग जायेंगीं।


समाजवादी पार्टी पर बड़ा हमला करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी कलंकों के कालिख से घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि मथुरा कांड ने पूरे देश में यूपी का नाम खराब किया है। उन्होंने कहा कि किसके भरोसे मथुरा के ह्रदय के अंदर इतनी बड़ी जमीन पर कब्जा किया गया था? उन्होंने सपा सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर क्यों दो साल तक समाजवादी पार्टी सरकार सोती रही? उन्होंने कहा कि यूपी में हर गरीब की जमीन पर कब्जा सपा सरकार के संरक्षण में हो रहा है, सपा सरकार राज्य की सारी रिसोर्सेज को अपने लिए खर्च कर रही है। सपा सरकार के घोटालों की फेहरिस्त गिनाते हुए उन्होंने कहा कि दारोगा भर्ती घोटाला, पीसीए भर्ती घोटाला के साथ-साथ बुलंदशहर की शर्मनाक घटना भी समाजवादी सरकार में ही हुई है। उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार यूपी में सपा सरकार के समय क्राइम रेट में लगभग 161% की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी बदतर है कि लोग घर छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं, इसके लिए अगर कोई जिम्मेवार है तो प्रदेश की समाजवादी पार्टी जिम्मेवार है। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि यदि यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो यहाँ के एक भी व्यक्ति को अपना गाँव नहीं छोड़ना पड़ेगा, अगर किसी को गाँव छोड़ना पड़ेगा तो छुड़वाने वाले को गाँव छोड़ना पड़ेगा, मैं इसका विश्वास दिलाना चाहता हूँ। अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश जी अपना चेहरा विकास पुरुष का बनाना चाहते हैं लेकिन उनकी सरकार के संरक्षण में यूपी में अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों को संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में गुंडों का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘गुंडा मुक्त उत्तर प्रदेश'भारतीय जनता पार्टी ही बना सकती है।

श्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव बहुत महत्त्वपूर्ण है क्योंकि विगत 15 सालों में सपा-बसपा, बसपा-सपा के क्रम ने यूपी के विकास को अवरुद्ध करके रख दिया है। भाजपा शासित राज्यों में विकास की नित नई बहनेवाली बयार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शाषित राज्यों में हर गाँव में बिजली है, 8 मिनट में एम्बुलेंस सेवा मिलती है, रोजगार के लिए युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ता, किसान के खेतों में बिजली पहुंचाने का काम लगभग पूरा हो चुका है लेकिन उत्तर प्रदेश में विकास अभी पहुंचा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश काफी पिछड़ गया है। उत्तर प्रदेश की सड़कों की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में रोड में गड्ढे हैं या गड्ढे में रोड है, यह मालूम ही नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि जिनके पास यूपी के विकास की जिम्मेदारी है, वे एक-दूसरे पर आरोपों-प्रत्यारोपों की राजनीति में व्यस्त हैं। उन्होंने कहा कि चाचा भतीजे को अपशब्द कह रहा है, भतीजा चाचा को अपशब्द कह रहा है और बुआ जी दोनों को अपशब्द कह रही हैं, इनमें से किसी को भी यूपी के विकास की कोई फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा उत्तर प्रदेश का विकास नहीं कर सकती, यदि उत्तर प्रदेश का विकास करना है तो राज्य में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी पड़ेगी। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र में आपके ही द्वारा चुने गए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार है, यदि राज्य में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो पांच वर्षों में ही हम उत्तर प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनायेंगें।

उत्तर प्रदेश के विकास के लिए मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए श्री शाह ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्त्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से हमने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने कहा कि सोनिया-मनमोहन की सरकार के समय उत्तर प्रदेश को विकास के लिए मिलने वाली राशि से एक लाख करोड़ रुपया हर साल अधिक देने का काम मोदी सरकार ने किया लेकिन राज्य की जनता तक एक भी पैसा नहीं पहुँच पाया है। उन्होंने कहा कि ये पैसा कहाँ गया है, यदि यह देखना है तो समाजवादी पार्टी के नेता का घर देख लीजिये, सारे पैसे वहां चले गए। उन्होंने कहा कि राज्य के गन्ना किसानों के भुगतान के लिए केंद्र सरकार ने लगभग 6000 करोड़ रुपये सीधा गन्ना किसानों के खाते में डालने का काम किया लेकिन राज्य सरकार ने गन्ना किसानों के बकाये के भुगतान के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि यदि यूपी में भी भाजपा की सरकार आ जाए तो दूसरी बुआई के पहले ही गन्ना किसान के पैसे का भुगतान भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर देगी। उन्होंने कहा कि हमने गन्ना किसानों की भलाई के लिए रॉ शुगर की इम्पोर्ट बंद कर दी, आयात पर ड्यूटी बढ़ा दी और एथेनॉल के मूल्य में भी बढ़ोत्तरी की। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के लिए इतने काम शायद ही कभी हुआ होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के लिए राज्य में फ्रेट कॉरीडोर, यूरिया कारखाना और नए एम्स बनाए जा रहे हैं, मेरठ को जोड़ने वाला आठ लेन का हाईवे भी बन रहा है, दिल्ली-बनारस रोड पर भी काम चल रहा है, दिल्ली-लखनऊ डबल डेकर ट्रेन पर भी काम चल रहा है और लगभग 700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से राज्य के गाँव-गाँव में बिजली पहुंचाने का काम भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ स्टैंड-अप, स्टार्ट-अप, मुद्रा बैंक और स्किल डेवलपमेंट के द्वारा रोजगार सृजित किया जा रहा है, उज्ज्वला योजना के माध्यम से हर गरीब के घर में गैस पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया है, अकेले उत्तर प्रदेश में 30 लाख से अधिक गरीबों के घर में गैस पहुंचाने का काम हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे समृद्ध प्रदेश बने, देश का सबसे सुविधा वाला प्रदेश बने।

श्री शाह ने कहा कि 2014 के लोक सभा चुनाव से भी ज्यादा उत्साह इस भार यूपी में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में सबसे ज्यादा बहुमत वाली भाजपा सरकार राज्य में बनने जा रही है, जो इस तथ्य को नहीं समझ पा रहे हैं, वे हाथ मिला-मिला कर खुश हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाथ मिलाने से कुछ नहीं होगा, जनता के हाथ मिलाने से लोकतंत्र में सत्ता आती है। उत्तर प्रदेश में फैले हुए एक करोड़ से भी अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश को सपा, बसपा और कांग्रेस ने बर्बाद करके रख दिया है, आपके सहयोग से हम उस उत्तर प्रदेश को देश का नंबर एक प्रदेश बनायेगें।

(महेंद्र पांडेय)
कार्यालय सचिव

अमेरिका : ट्रंप की जीत : भारत को बहुत खुश होने की जरूरत नहीं

$
0
0

     मेरा व्यक्तिगत  मानना है कि अमरीका के नये राष्टपति , आतंकवाद के विरूद्ध जोरदार बयानवाजी से जीते है। इसका मतलब अमरीका सहित सम्पूर्ण विश्व जनमत आतंकवाद का विरोधी हे। किन्तु यह भी कडवा सच है कि अमरीका ही आतंकवाद  का जन्मदाता रहा है। उसकी विश्व राजनीति में सब आपस में लडते रहो और अमरीका का भला होता रहे की हे। अमरीका की मूल नीतियों को कोई भी राष्ट्रपति क्रांतीकारी रूप से बदल दे यह असंभव प्रतीत होता हे। 

        भारत को बहुत खुश होने की जरूरत नहीं हे। भारत को जो मिलेगा वह भारत की अपनी मजबूती से ही मिलेगा। भारत की जनता ने नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया अमरीका अपने आप नीचे झुक गया अन्यथा उसने बीजा तक नहीं दिया था । 
- अरविन्द सिसोदिया, कोटा , राजस्थान !







अमेरिका चुनावः डोनाल्ड ट्रंप की जीत से भारत पर पड़ेंगे 7 बड़े प्रभाव
टीम डिजिटल/अमर उजाला, नई दिल्लीUpdated Wed, 09 Nov 2016
http://www.amarujala.com
एक साल के ताबड़तोड़ प्रचार पर अमेरिकियों ने अपने फैसला सुना दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर भारत समेत सारी दुनिया की नजर थी। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के लिहाज से कैसे साबित होंगे?
अमेरिका के साथ भारत के पुराने अनुभव बताते हैं कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति सामान्य तौर पर डेमोक्रेटिक उम्मीदवार से बेहतर साबित हुए हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका और भारत के संबंध तेजी से बदलते रहे हैं।

आइए देखते हैं ट्रंप का राष्ट्रपति बनना भारत के लिहाज से कैसा है...क्या पड़ेंगे भारत पर प्रभाव।
भारत के लिए मिले जुले हो सकते हैं परिणाम

1- दुनियाभर के बाजार नहीं चाहते कि ट्रंप राष्ट्रपति बने। लिहाजा बाजार की ट्रंप की जीत पर तीखी प्रतिक्रिया होगी। वह उदार अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानूनों का समर्थन नहीं करते हैं।

2 - ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी ऐसी है जिसमें 'पहले सिर्फ अमेरिका'होता है और वह सभी व्यापार समझौते को नए सिरे से लागू करना चाहते हैं, भारत के साथ भी वह यही करने के पक्षधर है।

3- ट्रंप एच1बी वीजा प्रोग्राम के खिलाफ हैं और इसे बंद करना चाहते हैं। ट्रंप जीत दर्ज करने पर भारतीय आईटी स्टॉक और आईटी कंपनियों को इसका नुकसान हो सकता है।

4 -एक तरफ वह भारत की तारीफ करते हैं तो दूसरी ओर आरोप लगाते रहे हैं कि भारत और चीन अमेरिका की नौकरियां छीन रहे हैं और वह इन्हें वापस लाएंगे। अमेरिका की नौकरी वापस लाने का  मतलब है कि वह प्रवासियों के लिए मुश्किल कानून लाने वाले हैं। काम करने के मामले में अमेरिका भारतीयों की पहली पसंद है।

5- आतंकवाद के खिलाफ ट्रंप का रुख काफी मुखर रहा है। खासकर पाकिस्तान को लेकर वह ज्यादा ही कड़ा रुख रखते हैं भारत के लिहाज से यह मुफीद हो सकता है। वह पहले भी आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का सहयोग करने की बात कह चुके हैं।

6- चीन के बढ़ते वर्चस्व पर भी ट्रंप चिंता जता चुके हैं। वो मानते हैं कि चीन का एकदम इतनी तेजी से बढ़ना दुनिया के लिए खतरनाक है इसलिए इस पर अंकुश लगाया जाएगा। भारत के लिए यह बात भी राहत वाली हो सकती है क्योंकि चीन को रोकने के ‌लिए अमेरिका भारत को अपना प्रमुख सहयोगी बना सकता है।

7- वर्तमान राष्ट्रपति ओबामा की तरह ही ट्रंप भी भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अच्छे रिश्तों के पक्षधर हैं। ट्रंप खुद कई बार प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर चुके हैं। यहां तक की मोदी की तर्ज पर ही उन्होंने अपना नाराज अबकी बार ट्रंप सरकार दिया था।

-----------------
डोनाल्ड ट्रम्प
डोनाल्ड जॉन ट्रम्‍प (जन्म:14 जून 1946) एक अमेरिकी रिअल एस्‍टेट कारोबारी,अमेरिकी बिजनेसमैन, टीवी पर्सनालिटी, राजनेता, लेखक हैं। अमेरिका में 45वें राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन को हराकर जीत हासिल की। इनका निवास स्थान ट्रम्प टॉवर, मैनहैटन है। इनकी कुल सम्पत्ति 400 करोड़ डॉलर है।
-----
हर हर ट्रंप, घर घर ट्रंप...
जीत के बाद बोले- विकास दर दोगुनी करेंगे, दुश्मनों से भी करेंगे दोस्ती
aajtak.in [Edited by: सबा नाज़] वॉशि‍ंगटन, 9 नवम्बर 2016 |

http://aajtak.intoday.in
अमेरिका के बहुचर्चित राष्ट्रपति पद का चुनाव आखिरकार अपनी मंजिल तक पहुंच ही गया. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए डेमोक्रेट की हिलेरी क्लिंटन को 218 के मुकाबले 276 वोटों से हरा दिया है. हालांकि व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 270 वोटों की ही जरूरत थी.

अपनी जीत से इतिहास रचने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने नतीजे आने के बाद समर्थकों को संबोधित किया. न्यूयॉर्क में पार्टी मुख्यालय से उन्होंने जीत के बाद कहा कि 'मेरी जीत उनकी जीत है जो अमेरिका से प्यार करते हैं. मैं अमेरिका से बहुत प्यार करता हूं.'उन्होंने ये भी कहा कि 'मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति हूं. मेरा आपसे वादा है हम अच्छा काम करेंगे. हम बेहतर और शानदार अमेरिका बनाएंगे.'

एक तरफ जहां नतीजे आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों में जश्न का माहौल है वहीं दूसरी तरफ हिलेरी क्लिंटन ने फिलहाल समर्थकों को संबोधित ना करने का फैसला लिया है. इतना ही नहीं उन्होंने समर्थकों से जाने को भी कह दिया है. संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने हैं. ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह न्यूयॉर्क में पार्टी मुख्यालय से अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे. दूसरी तरफ हिलेरी क्लिंटन ने चुनाव में हार स्वीकार करने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प को कॉल किया.

भारतीय मूल की महिला कमला हैरिस ने कैलिफॉर्निया में जीत हासिल करके अमेरिकी सीनेट में अपनी जगह पक्की कर ली है. इतना ही नहीं अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए इलिनोइस से चुनाव जीते राजा कृष्णमूर्ति.

कैलिफॉर्निया में जीत के साथ ही हिलेरी क्लिंटन 209 और डोनाल्ड ट्रंप 228 इलेक्टोरल वोटों पर पहुंच गए हैं. रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पहले 168-131 से बढ़त बनाए हुए थे. वहीं हिलेरी ने न्यूयॉर्क में जीत दर्ज कर ली है. साउथ कैरोलीना और टेनिसी में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज कर ली है. डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया में हिलेरी की जीत हुई है.

डोनाल्ड ट्रंप ने जीते ये राज्य-
नॉर्थ कैरोलीना, नॉर्थ फ्लोरिडा, ओहायो, मिसौरी, मोंटाना, लुईसियाना, अर्कांसस, कान्सास, उत्तरी डकोटा, दक्षिण डकोटा, टेक्सास, व्योमिंग और मिसिसिपी.

हिलेरी क्लिंटन के खाते में आए ये राज्य-
ओरेगन, कोलोराडो, वर्जिनिया, मैक्सिको, कनेक्टिकट, इलिनोइस, न्यूयॉर्क, वाशिंगटन और रोड आइलैंड.

रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने केन्टकी, इंडियाना और वेस्ट वर्जीनिया राज्यों में जीत दर्ज कर ली है. वहीं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को वरमॉन्ट में बढ़त हासिल हुई है. इस तरह डोनाल्ड ट्रंप हिलेरी क्लिंटन से आगे चल रहे हैं. ट्रंप 24 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल कर तीन वोट हासिल करने वाली हिलेरी क्लिंटन से आगे चल रहे हैं. राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट हासिल करना जरूरी है.



आखिरी वक्त तक एक-एक वोट के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी जनता के सामने जोरदार बहस की. उन्होंने विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए अपने विचार पेश किए. इस तरह, अमेरिका के इतिहास में अब तक का सबसे निम्न स्तरीय चुनाव प्रचार अभियान समाप्त हो गया.

इंडियाना और केंटकी के बाद उत्तरी कैलिफोर्निया और ओहायो में मतदान समाप्त हो जाएगा. इन्हीं राज्यों से जीत के संकेत मिलेंगे. अमेरिका के 6 राज्यों में मतदान बंद हो चुका है.
ट्रंप और हिलेरी के बीच साउथ कैरोलीना, जॉर्जिया और वर्जीनिया में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद जताई जा रही है. ट्रंप ने मंगलवार को एक बार फिर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए नतीजों को स्वीकार नहीं करने की बात कही थी.

वहीं कैलिफोर्निया में पोलिंग साइट के पास गोलीबारी की खबर सामने आई है. इसमें एक शख्स की मौत हो गई है जबकि 3 घायल बताए जा रहे हैं. हालांकि इस गोलीबारी के पीछे क्या वजह रही इसका अब तक पता नहीं चल पाया है.


पीएम नरेंद्र मोदी का बड़ा फैसला : 500 और 1000 के नोट बंद !

$
0
0






500 और 1000 के नोट पर बैन : परेशान न हों, 
इन 10 बातों की जानकारी आपकी चिंता दूर कर देगी
वंदना वर्मा द्वारा संपादित, अंतिम अपडेट: बुधवार नवम्बर 9, 2016

http://khabar.ndtv.com
नई दिल्ली: 500 और 1000 रुपए के नोट पर बैन के बाद अब बैंकों में सभी जमा या निकासी वीडियो कैमरे के दायरे में होंगी. इसलिए रिजर्व बैंक ने लोगों को सावधानीपूर्वक वैध पैसे जमा कराने की सलाह दी है. ताकि किसी दूसरे का काला धन, अन्‍य लोगों के माध्‍यम से सफेद करने की कोशिशों पर नियंत्रण किया जा सके.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
१- 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोट पर पाबंदी लगी है. नए डिजाइन और आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर के साथ 500 रुपये के नोट 10 तारीख से चलन में आ जाएंगे.
२- 10 तारीख से ही 2000 रुपये के नए नोट भी चलन में आ जाएंगे. कुछ समय बाद 1000 रुपये के नए नोट बाजार में आएंगे, लेकिन तारीख अभी तय नहीं.
३- अगले 50 दिनों तक यानी 10 नवंबर से 30 दिसंबर  इन 500 और 1000 रुपये के नोटों को आप बैंक में जाकर जमा करा सकते हैं.
४- 2000 रु के नए नोट में नैनो चिप लगे हैं. इससे नोटों की सैटेलाइट से निगरानी संभव है. इससे एक जगह भारी संख्या में नोट जमा हो, वो पता चल जाएगा. हालांकि चिप लगाए जाने को लेकर आरबीआई ने पुष्टि नहीं की है.
५- 9 और 10 नवंबर को चेक जारी करने या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से भुगतान करने पर कोई रोक नहीं है.
६- आपके पास जितने भी 500 और 1000 के नोट हैं उसे बैंक या डाकघर में 10 तारीख से जमा करा सकते हैं. इसमें जमा करने की कोई सीमा तय नहीं है.
७- किसी दूसरे का पैसा जमा करने की कोशिश न करें, सभी बैंकों में वीडियोग्राफी और जमा करने वाले की पूरी जानकारी ली जा रही है, आप फंस सकते हैं
८- आपके पास कानूनी तौर पर जुटाए 500 और 1000 रुपये के नोट बैंक या डाकघर में जमा कराने पर कोई पाबंदी नहीं है. बस मौजूदा नोट को नए नोट या 100 के नोट में तब्दील करने की एक दिन की अधिकतम समयसीमा 4000 रुपए रखी गई है.
९- कुछ कारणों से जो लोग 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट 30 दिसंबर तक जमा नहीं करा सकेंगे, वे लोग पहचान पत्र दिखाकर 31 मार्च, 2017 तक नोट बदलवा सकेंगे.
१०- इस पूरी प्रक्रिया में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि ये अव्यवस्था जल्द खत्म होगी.
                                                         00000000000000000000000

पीएम मोदी का बड़ा एलान: 500 और 1000 के नोट बंद,जानिए क्यों लिया सरकार ने ये फैसला!
By: एबीपी न्यूज | Last Updated: Wednesday, 9 November 2016
http://abpnews.abplive.in
नई दिल्ली: कल रात खबर आई कि पीएम मोदी राष्ट्र के नाम संदेश देने वाले हैं, हर कोई इसे पाकिस्तान से जोड़ कर देख रहा था लेकिन रात 8 बजे मोदी पाकिस्तान नहीं देश की अर्थव्यवस्था की बात की और बड़ा एलान किया कि आज से 500 रुपये और 1 हजार का नोट बंद कर दिया जाएगा.

कालेधन पर लगाम लगाने के अपने वादे को पूरा करने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक एलान किया. 500 और 1000 रुपए के मौजूद नोट अब किसी भी लेन देन में इस्तेमाल नहीं हों सकेंगे.

क्यों बंद किए गए 500 और 1000 के नोट ?

अब सवाल ये है कि पांच सौ और हज़ार के नोट क्यों बंद किए गए, काला धन जो इन नोटों की शक्ल में मौजूद हैं उनका इस्तेमाल आतंकवाद, नकली नोट और रियल स्टेट जैसी कई जगहों पर किया जा रहा था… सरकार के इस फैसले के बाद उन लोगों की नींद उड़ गयी है, जिनके घरों में लाखों-करोड़ों कैश रखे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि 500 और 1000 रुपए के नोट इसलिए बंद किए हैं क्योंकि इससे-

-देश में कैश काला धन बेकार हो जाएगा
-रियल एस्टेट क्षेत्र में काले धन का इस्तेमाल रुक जाएगा
-हवाला के जरिए पैसों के लेन देन पर रोक लगेगी
-देशभर में फैल चुके जाली नोट पर रोक लगेगी
-भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में कमी आएगी
-ड्रग्स-हथियार के कारोबार पर रोक लगेगी
-आतंकवाद की फंडिंग पर असर पड़ेगा

आतंकवाद की फंडिंग पर भी असर पड़ेगा

अपराधी, आतंकवादी और बड़े पैमाने पर अघोषित आय रखने वाले लोगों के लिए बड़े नोटों को रखना आसान होता है. ऐसे में 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोटों पर रोक लगाने से ऐसे लोगों पर लगाम कसी जा सकेगी.

बाजार में 500 और 1000 के जाली नोट भी फैले हैं

पूरे देश में चल रही करंसी में 500 और 1000 रुपये के नोटों की हिस्सेदारी फिलहाल 86 फीसदी है, इन नोटों की कुल कीमत 14 हजार 180 अरब रुपये बनती है. सरकार ये भी कह रही है कि आप किसी के बहकावे में आकर उसके काले धन को सफेद बनाने की कोशिश ना करें. बैंक में हर लेन देने पर नजर रखी जाएगी.

ब्लैकमनी पर सरकार की सख्ती काफी वक्त से चल रही है, विदेश और देश में मौजूद कालेधन को वापस लाने के लिए सरकार ने स्कीम भी चलायी, इसके तहत काले धन का खुलासा भी हुआ लेकिन इसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ. अब काले धन को बाहर निकालने के लिए मोदी सरकार ने मास्टर स्ट्रोक चला है.

---------------------------------

पीएम नरेंद्र मोदी ने लिया बड़ा फैसला, 500 और 1000 रुपये के मौजूदा नोट हुए बंद
नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Nov 8, 2016

नई दिल्ली
भ्रष्टाचार और जाली नोटों पर लगाम लगाने के मकसद से पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 1000 और 500 रुपये के मौजूदा करंसी नोटों को 8 नवंबर की रात 12 बजे से बंद करने का ऐलान किया। राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 500 और 1000 रुपये के करंसी नोट लीगल टेंडर नोट (यानी कानूनी रूप से मान्य) नहीं रहेंगे। इनके अलावा अन्य सभी नोट और सिक्के मान्य होंगे। पीएम मोदी ने कहा, 'हम जाली नोटों और करप्शन के खिलाफ जो जंग लड़ रहे हैं, इससे उस लड़ाई को ताकत मिलने वाली है।'

8 नवंबर से अमान्य ठहराए गए 500 और 1000 रुपये के नोटों को लोग 10 नवंबर से लेकर 30 दिसंबर 2016 तक बैंक या फिर डाकघर के खाते में जमा करा सकेंगे। पीएम मोदी ने कहा, 'इन नोटों को जमा कराने के लिए आपके पास करीब 50 दिनों का समय है, ऐसे में आपको किसी तरह की अफरातफरी की जरूरत नहीं है। आपकी धनराशि आपकी ही होगी और आपको किसी तरह की चिंता की जरूरत नहीं है। आप इन्हें खाते में डालकर नई करंसी निकाल सकते हैं।'

9 और 10 नवंबर को बंद रहेंगे एटीएम
पीएम मोदी ने कहा कि नए नोटों की व्यवस्था करने में बैंकों को समय लगेगा। ऐसे में रिजर्व बैंक ने कुछ समय की मांग की थी। इसलिए 9 नवंबर को पूरे देश में एटीएम काम नहीं करेंगे, जबकि 10 नवंबर को भी देश के कुछ इलाकों में एटीएम बंद रह सकते हैं। इस दौरान बैंक पूरे देश में नए नोटों की व्यवस्था कर सकेंगे।


घोटाला करने वाले ही , मोदी जी के खिलाफ हो रहे हैं एकजुट !

$
0
0







भाजपा ने विपक्ष पर बोला हमला,
कहा- घोटाला करने वाले मोदी के खिलाफ हो रहे हैं एकजुट

ब्यूरो/ अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Mon, 14 Nov 2016

कालाधन के खिलाफ अभियान के नाम पर मोदी सरकार के 500 और 1000 के नोट को प्रचलन से हटाने के कारण लोगों को हो समस्या पर विपक्ष के हमले पर भाजपा ने पलटवार किया है। पार्टी ने कहा है कि अपने शासनकाल में जम कर घोटाला करने वाले दलों के नेताओं को कालाधन, हवाला रैकेट और आतंकवाद के खिलाफ छेड़े गए मोदी सरकार का अभियान रास नहीं आ रहा।

पार्टी प्रवक्ता सिद्घार्थ नाथ सिंह ने दावा किया कि मोदी सरकार के इस फैसले से विपक्ष बुरी तरह हिल गया है। यही कारण है कि इस फैसले को लोगों से मिल रहे भरपूर समर्थन की अनदेखी कर विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अनाप शनाप आरोप लगा रहा है।

सिंह ने कहा कि विरोध करने वाले वही लोग हैं जिनके शासनकाल में कई घपलों के जरिए जनता की गाढ़ी कमाई लूट ली गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि दरअसल उन्हें नारद घोटाला मामले की चिंता सता रही है। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का निर्णय देशहित में है। यह निर्णय आतंकवाद, कालाधन धन रखने वालों और हवाला रैकेट चलाने वालों के खिलाफ है। लोग सच्चाई समझ रहे हैं, इसलिए खुल कर इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं। विपक्ष इस फैसले को मिल रहे जनसमर्थन से बौखला कर राजनीति कर रहा है। इस दौरान सिंह ने जल्द ही लोगों को हो रही परेशानी दूर होने की उम्मीद जताई।

--------------------

नोटबंदी पर सरकार नहीं करेगी सरेंडर, पीएम बोले- देश हमारे साथ, विपक्ष रणनीति में जुटा कालेधन के खिलाफ मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे

aajtak.in [Edited By: अमित दुबे] नई दिल्ली, 14 नवम्बर 2016 |

मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट पर पाबंदी के बाद से ही विपक्ष ने हमलावार रुख अपना लिया है. तमाम पार्टियां अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को संसद में घेरने की तैयारी में है. वहीं सरकार ने पलटवार के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है.

खबरों की मानें तो नोटबंदी पर विपक्ष के तेवरों के आगे सरकार खुद सरेंडर नहीं करेगी. सूत्रों के मुताबिक संसदीय कमेटी बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता हमारे साथ है. हालांकि सर्वदलीय बैठक में सरकार सभी पर विपक्ष को चर्चा का भरोसा दिया और कहा कि उसे विपक्ष से उम्मीद है कि सदन में उनका पूरा सहयोग मिलेगा.

संसदीय कमेटी बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार संसद में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन अगर विपक्ष हावी होने की कोशिश करेगा तो उन्हें जवाब दिया जाएगा. वहीं पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं है इसलिए वो संसद की शीलकालीन सत्र में नोटबंदी, OROP और सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा.

इस बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि पीएम मोदी के फैसले के साथ पूरा देश खड़ा है. चाहे वो सीमा पर आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा हो या फिर कालेधन पर लगामे लगाने के लिए 500 और 1000 के नोट पर बैन का फैसला. नायडू ने बताया इन दोनों मुद्दों पर एनडीए के घटक दलों ने भी पीएम मोदी को अपना पूरा समर्थन दिया. वहीं केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्ष जितना चाहे शोर मचा ले कालेधन के खिलाफ मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे.

विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट
दरअसल नोटबंदी को लेकर विपक्ष अब संसद में सरकार को घेरने की तैयारी में है. इस को ध्यान में रखते हुए शीलकालीन सत्र से पहले तमाम दलों ने बैठक की. बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेडीयू, जेएमएम समेत वामदल के तमाम बड़े नेता शामिल हुए. खबरों की मानें तो विपक्ष का कहना है कि सरकार ने बिना तैयारी नोट पर पाबंदी लगा दी है. विपक्ष की मांग है कि जनता की परेशानी को देखते हुए मोदी सरकार को नोटबंदी पर अपना फैसला वापस लेना चाहिए.

विपक्ष का आरोप है कि सरकार के इस कदम पूरे देश में हाहाकार मचा है और लोग बेहद परेशान हैं. इसले अलावा सर्जिकल स्ट्राइक पर भी सरकार ने जवाब मांगने की तैयारी में हैं विपक्षी पार्टियां. सरकार पर संसद पर दबाव बनाने की रणनीति को लेकर मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी मुलाकात करेंगी.

---------------------


जरूरी सेवाओं में 24 नवम्बर तक चलेंगे 500-1000 के नोट

$
0
0




अब जरूरी सेवाओं में 24 नवम्बर तक चलेंगे 500-1000 के नोट, ATM से कैश निकालने की लिमिट भी बढ़ी 

aajtak.in [Edited By: अंजलि कर्मकार, नई दिल्ली, 14 नवम्बर 2016 |

      500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के बाद सरकार ने लोगों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने पुराने नोटों की वैधता 10 दिन और बढ़ा दी है. अब अस्पतालों, मेट्रो स्टेशनों, शमशान घाट, दवा की दुकानों, पेट्रोल पंपों में 24 नवंबर तक 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट स्वीकार किए जाएंगे.

समीक्षा बैठक में लिया गया फैसला
एएनआई की खबर के मुताबिक, रविवार को पीएम मोदी ने नोटबंदी के बाद आर्थिक मामलों पर समीक्षा बैठक बुलाई थी. इसके बाद ये फैसला लिया गया. समीक्षा बैठक के बाद आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी अस्पतालों, पेट्रोल पंपों, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर 500 और 1000 के पुराने नोट चलने की समय सीमा 14 नवंबर से बढ़ाकर 24 नंवबर तक कर दी गई है.

24 नवंबर तक सभी नेशनल टोल फ्री
शक्तिकांत दास ने बताया कि देश के सभी टोल पर 24 नवंबर तक कोई टैक्स भी नहीं लिया जाएगा. बिजली और पानी के बिल जैसे केंद्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा लिए जाने वाले सभी बिलों का भुगतान 24 नवंबर तक 500 और 1000 के पुराने नोटों से किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. आरबीआई के पास पर्याप्त कैश है.

अब एटीएम से रोजाना निकलेंगे 2500 रुपये
500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के बाद नकदी की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत देते हुए सरकार ने रविवार को एटीएम से धनराशि निकासी की सीमा बढ़ाने का फैसला किया. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अब एटीएम से हर रोज निकासी की सीमा 2,000 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया गया है.


बैंक में पुराने नोट बदलने की सीमा भी बढ़ी
वहीं, बैंक काउंटर से पुराने नोटों से नए नोटों को बदलने की सीमा 4,000 रुपये से बढ़ाकर 4,500 रुपये कर दी गई है. वित्त मंत्रालय ने कहा, 'बैंकों को एटीएम से रोजाना निकासी की सीमा बढ़ाकर 2,500 रुपये करने का निर्देश दिया गया है. जबकि बैंक काउंटर से प्रति हफ्ते अधिकतम निकासी की सीमा 20,000 रुपये से बढ़ाकर 24,000 रुपये कर दी गई है. बैंक से प्रतिदिन 10,000 रुपये निकासी की सीमा को हटा दिया गया है.

सीनियर सिटीजन और विकलांगों के लिए होगी अलग लाइन
साथ ही बैंकों को वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों के लिए अलग कतारों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है. नोटबंदी की घोषणा के बाद बैंकों के खुलने के चौथे दिन रविवार को भी देशभर में लाखों लोग अमान्य हो चुके नोट बदलवाने, पैसे जमा करवाने और नकद निकासी के लिए बैंकों और एटीएम बूथों पर टूट पड़े.

---------------------

चॉपर से शुरू हुई बैंकों को कैश की सप्‍लाई, 
जरूरी सेवाओं के लिए अभी 24 तक चलते रहेंगे बड़े नोट 

अशोक सिंघल [Edited by: लव रघुवंशी] @ashokasinghal2
नई दिल्ली, 14 नवम्बर 2016 |


वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने कहा है कि रविवार को प्रधानमंत्री ने एक बैठक ली, जिसमें कैश की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई. उन्होंने बताया कि एयर टिकट, रेल टिकट में भी अब पुराने नोट चलेंगे. पोस्ट ऑफिस की शाखाओं में कैश सप्लाई बढ़ाई जाएगी. एटीएम की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. साथ ही देशभर में सभी एयरपोर्ट पर 21 नवंबर तक पार्किंग चार्ज नहीं लेने का आदेश दिया गया है.

वित्त सचिव ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में कैश उपलब्धता बढ़ाई जाएगी. रिजर्व बैंक टास्क फोर्स बनाया जाएगा. लोगों की परेशानी दूर करने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा की भी मदद ली जा रही है. आरबीआई ने दूर दराज के इलाकों में हेलिकॉप्टर से कैश भेजने की व्यवस्था की है. झारखंड के शहर बोकारो में हेलिकॉप्टर से कैश भेजा गया. RBI ने इसके लिए वायु सेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया.

1. ग्रामीण इलाकों में कैश की उपलब्धता बढ़ाई जाएगी.

2. रिजर्व बैंक टास्क फोर्स बनाएगा.

3. माइक्रो एटीएम की संख्या बढ़ाई जाएगी.

4. एटीएम की तरह ही काम करेंगे माइक्रो एटीएम.

5. बैंकों और डाकघरों में कैश बढ़ाया जाएगा.

6. जरूरी सेवाओं के लिए अभी पुराने नोट चलेंगे.

7. बैंक की कैश सीमा बढ़ाई जाएगी.

8. कल से एटीएम से निकलेंगे 2000 के नोट.

9. बैंक से हफ्ते में 24 हजार निकाला जा सकता है.

10. एक्सचेंज की सीमा 4500 की गई.

11. दिव्यांगों, बुजुर्गों के लिए होगी अलग लाइन.

12. पेंशनर्स 15 जनवरी तक दे सकेंगे लाइफ सर्टिफिकेट.

--------------------

नोट बंदी : पुनर्निर्माण

$
0
0


काले धन की नसबंदी 

अंशुमान तिवारी @anshuman1tiwari
नई दिल्ली, 12 नवम्बर 2016 |


कुछ फैसलों का फैसला समय पर छोड़ देना चाहिए 2016 में एक औसत पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी मानेगा कि छोटा परिवार सुखी होता है लेकिन '70 के दशक के शुरुआती वर्षों में जब इंदिरा और संजय गांधी नसबंदी थोप रहे थे, तब तस्वीर शायद नोट बंद होने की अफरातफरी जैसी ही रही होगी. इतिहास ने इंदिरा-संजय को खलनायक दर्ज किया लेकिन परिवार नियोजन जरूरी माना गया. काला धन रोकने के लिए अर्थव्यवस्था को कुछ समय के लिए विकलांग बना देने के फैसले पर अंतिम निर्णय तो समय को देना है लेकिन फिलहाल यह फैसला बिखराव और अराजकता से भरपूर है, हालांकि इसी कोलाहल में पुनर्निर्माण के संकेत भी मिल जाते हैं.

फिलहाल भारत किसी वित्तीय आपदा या बैंकों की तबाही से प्रभावित देश (हाल में ग्रीस) की तरह नजर आने लगा है, जहां बैंक व एटीएम बंद हैं, लंबी कतारे हैं और लोग सीमित मात्रा में नकद लेने और खर्च करने को मजबूर हैं. ऐसे मुल्क में जहां बहुत बड़ी अर्थव्यवस्था नकदी पर चलती हो, 50 फीसदी वयस्क लोगों का बैंकों से कोई लेना-देना न हो और बड़े नोट नकद विनिमय में 80 फीसदी का हिस्सा रखते हों वहां सबसे ज्यादा इस्तेमाल वाले नोटों को कुछ समय के लिए अचानक बंद करना विध्वंस ही होगा न! खास तौर पर तब जबकि रिजर्व बैंक की नोट मुद्रण क्षमताएं सीमित और आयातित साधनों पर निर्भर हैं.

वैसे इस अफरातफरी का कुल किस्सा यह है कि सरकार को नए डिजाइन के नोट जारी करने थे. नकली नोट रोकने की कोशिशों पर अंतरराष्ट्रीय सहमतियों के तहत रिजर्व बैंक ने सुरक्षित डिजाइन (ब्लीड लाइंस, नंबर छापने का नया तरीका) की मंजूरी लेकर तकनीक जुटाने का काम पिछले साल के अंत तक पूरा कर लिया था. नए नोटों को रिजर्व बैंक के नए गवर्नर (राजन के बाद) के हस्ताक्षर के साथ नवंबर 2016 में जारी किया जाना था. इसमें 2,000 रु. का नया नोट भी था. इसी क्रम में नकली नोटों में पाकिस्तानी हाथ होने की पुष्टि के बाद सरकार ने करेंसी को सुरक्षित बनाने की तकनीक व साजो-सामान को लेकर आयात पर निर्भरता तीन साल में 50 फीसदी घटाने का निर्णय भी किया था.

नए डिजाइन के नोट जारी करने के लिए पुरानी करेंसी को बंद (डिमॉनेटाइज) नहीं किया जाता, बस नए नोट क्रमश: सिस्टम में उतार दिए जाते हैं. लेकिन सरकार ने नोट बंद कर दिए, जिसके कई नतीजों का अंदाज उसे खुद भी नहीं था.

मुसीबतों का हिसाब-किताब 

1. बड़े नोट बंद होने से कुल नकदी (16 लाख करोड़ रु.) में लगभग 14 लाख करोड़ रु. कम हो गए यानी कि एक झटके में अधिकांश मांग को रोककर सरकार ने तात्कालिक मंदी को न्योता दे दिया. करेंसी की आपूर्ति सामान्य होने में लंबा वक्त लगता है, इसलिए मंदी व बेकारी से उबरने में और ज्यादा वक्त लगेगा.
2. कोई भी देश सामान्य स्थिति में अपनी करेंसी (लीगल टेंडर) के इस्तेमाल पर शर्तें नहीं लगाता, मसलन, दवा खरीद सकते हैं पर रोटी नहीं. यह करेंसी संचालन के सिद्धांत के खिलाफ है. ऐसा तभी होता है जब देश की साख डूब रही हो. इसलिए विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर हुआ है.
3. करेंसी का प्रबंधन और निर्णय रिजर्व बैंक करता है, इस फैसले से रिजर्व बैंक की स्वायत्तता बाधित हुई है.

इस फैसले के तरीके और तैयारियों को बेशक बिसूरिए लेकिन काले धन की ताकत को कमतर मत आंकिए. देखा नहीं कि घोषणा के बाद लोगों को बमुश्किल दो घंटे मिले थे लेकिन उसी दौरान सोने की दुकानों पर कतारें लग गईं. नोट बंद होने के बावजूद हवाला बाजार में अभूतपूर्व ऊंची कीमतों पर सोने और डॉलर के सौदे होते रहे, जिन्हें रोकने के लिए आयकर विभाग को छापेमारी करनी पड़ी.
काले धन को रोकने की ताजा कोशिशों का रिकॉर्ड बहुत सफल नहीं रहा है. बैंकों, प्रॉपर्टी व ज्यूलरी पर नकद लेन-देन में पैन नंबर की अनिवार्यता से बैंकों में जमा कम हो गया और बाजार में नकदी बढ़ गई. काला धन घोषणा माफी स्कीमें बहुत उत्साही नतीजे लेकर नहीं आईं. अंतत: सरकार ने अप्रत्याशित विकल्प का इस्तेमाल किया, जिससे करीब तीन लाख करोड़ रु. की काली नकदी खत्म होने का अनुमान है. इसके साथ ही नए नोट लेने के लिए नकदी लेकर बैंक जा रहे लोगों पर आयकर विभाग की निगरानी हमेशा रहेगी.
बहरहाल, एटीएम पर धक्के खाने और पैसे होते हुए उधार पर सब्जी लेने के दर्द के बावजूद इस फैसले से उठी गर्द के पार देखने की कोशिश भी करनी चाहिए, जहां पुनर्निर्माण की उम्मीद दिखती है.

यह रही पुनर्निर्माण की सूची 

1. बैंकों के लिए पहले आफत, फिर राहत है. फैसला लागू होने के बाद बैंक संचालन शुरू होने के पहले दो दिन में अकेले स्टेट बैंक में ही 55,000 करोड़ रु. जमा हुए, जबकि पूरी एक तिमाही में स्टेट बैंक का कुल जमा 76,000 करोड़ रु. होता है.
2. बकाया कर्जों से कराहते बैंकों के पास डिपॉजिट लौटेंगे और पूंजी की कमी पूरी करेंगे. सरकार की चिंता घटेगी और ब्याज दरें कम होने की उम्मीदें बंधेंगी.
3. प्रॉपर्टी, नकदी और काले धन का गढ़ है. वहां कीमतें औसतन 30 फीसदी टूट सकती हैं. सस्ता कर्ज और सस्ती प्रॉपर्टी वास्तविक ग्राहकों को मकानों के करीब लाकर मांग का पहिया फिर से घुमा सकते हैं.

लेकिन ध्यान रखिए, वित्तीय मामलों में ध्वंस तेज और निर्माण धीमा होता है, इसलिए राजनैतिक-आर्थिक कीमत चुकानी होगी.
फिर भी अगर तकलीफ है तो मोदी सरकार से यह सवाल पूछकर अपनी खीझ मिटाइए:
 नकद राजनैतिक चंदे पर पूर्ण पाबंदी कब तक लगेगी?
 बड़े नोट आने के बाद नकदी लेन-देन की सीमा तय करने में देरी तो नहीं होगी?
सोने की खरीद-जमाखोरी को कैसे रोकेंगे?
खेती की कमाई के जरिए काले धन की धुलाई रोकने की क्या योजना है?

विपक्ष को अपनी ऊर्जा उत्तर प्रदेश व पंजाब के चुनावों का लिए बचानी चाहिए, क्योंकि अगर यहां बीजेपी भारी धन बल और भव्य प्रचार के साथ उतरी तो फिर मान लीजिएगा भारत के राजनेता आम लोगों की कीमत पर किसी भी तरह की सियासत कर सकते हैं.

मोदी की नोटबंदी के 15 फायदे

$
0
0



नोटबंदी के 15 फायदे, 
जो मीडिया चैनल आप को कभी नहीं बतायेगी 
इन तथ्यों को जानकर आपकी आँखे खुल जायेंगी!

November 18, 2016

http://www.newstrend.news
नोटबंदी से देश के ज्यादातर लोगों को दिक्कतें हो रही हैं, लेकिन सभी लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस फैसले के समर्थन में हैं। देश की जनता जानती है कि इस फैसले से देश का ही फायदा होने वाला है। हाँ ये अलग बात है कि कुछ फायदे लोगों को बाद में दिखाई देंगे। हालांकि देश के कुछ भ्रष्ट नेता और चैनल वाले इस फैसले पर आपत्ति जाता रहे हैं। उनका मानना है कि यह फैसला देशहित में नहीं है। अगर आपको भी ऐसा लगता है तो आप गलत हैं, क्योंकि आपसे सच्चाई छुपाई जा रही है। अगर आप भी पूरी सच्चाई जान लेंगे तो आपका यह भ्रम दूर हो जायेगा कि इस योजना से देश को नुकसान होने वाला है।

यह सच्चाई आपको कोई मीडिया चैनल नहीं बताएगा। पहले ही कहा जा चुका है कि इस विमुद्रीकरण का फायदा आम जनता को अभी नहीं देखने को मिल रहा है। लेकिन यह देश के लम्बे समय के आर्थिक विकास के लिए बहुत ही अच्छा है। इससे आने वाले समय में देश में सुख और समृद्धि ही आएगी। आइये हम आपको 15 ऐसे तथ्यों से रूबरू करवाते हैं जिसे जानने के बाद आप समझ जायेंगे कि इससे देश को फायदा हो रहा है।

15 तथ्य जो आपकी आँखें खोल देंगे :-
1- जाली नोटों का चलन, इस कदम से 100% ख़त्म हो जायेगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। इसका असर कुछ हद तक दिखना शुरू भी हो गया है, लेकिन मीडिया और भ्रष्ट नेता इस बात को नहीं समझ रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे उन्हें किसी बाहरी ताकत ने घेर रखा है।

2- पैसे की वजह से जो अशांति फैलती थी, वह रुक गयी है। इससे पहले कितनी आतंकी घटनाएँ सुनने को मिलती थी, अब सभी बंद हो गयी हैं। देश के आतंकी, नक्सली और जिहादी ठंढे पड़ चुके हैं।

3- हवाला के जरिये जो पैसा नक्सालियों, आतंकियों और जिहादियों तक पहुँचता था, उसपर लगाम लग गयी है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार उनको पैसा मिलना बंद हो गया है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, इस घोषणा के बाद कश्मीर में शांति का माहौल बरक़रार है। अगर एक बार पूरी तरह से आतंकियों को पैसा मिलना बंद हो जाए तो घाटी में फिर से शांति आ सकती है।

4- कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। वहाँ पर फिर से स्कूल खुलने लगे हैं, दुकाने जो कई दिनों से बंद पड़ी थीं, अब शुरू हो चुकी हैं। लोग फिर से खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पत्थारबाजों में भी भारी कमी आयी है।

5- बैंक ने हॉस्पिटल्स के लिए मोबाइल एटीएम शुरू किये हैं, जिससे मरीजों को पैसा निकालने के लिए कहीं और ना जाना पड़े।

6- जन- धन अकाउंट अब पैसे से भरने लगे हैं। सरकार ने यह योजना इसी लिए शुरू की थी कि, लोग बचत करना सीखें और अपने भविष्य के लिए कुछ बचत कर सकें। जब से विमुद्रीकरण हुआ है, लोग अपने अकाउंट में पैसे जमा कर रहे हैं। लोग अब बैंक जाने लगे हैं। देश में तो कई ऐसे लोग भी हैं जो, इस योजना की वजह से पहली बार बैंक जा रहे हैं। इस योजना से कम से कम वो जागरूक तो हो गए हैं।

7- लोक अदालत में एक दिन में 55 लाख पैसे सम्बन्धी विवादों का निपटारा किया गया है, जो पिछले कई सालों से अटके पड़े हुए थे।

8- स्टेट बैंक ने बताया है कि अब तक देश में 3 लाख करोड़ रूपये बैंक में जमा किये जा चुके हैं। जो एक बहुत बड़ी रकम होती है।

9- सभी बड़े उद्योगपति अपने टैक्स जमा कर रहे हैं, जो पिछले कई सालों से झूठ बोलकर कम टैक्स देते थे। अब वे लोग भी पूरा टैक्स दे रहे हैं। इससे देश का विकास ही होने वाला है।

10- सभी बड़े सुनार अब अपने द्वारा बेचे गए सोने के गहनों का रिकॉर्ड रख रहे हैं और उनकी एंट्री फॉर्म में कर रहे हैं।

11- जिन लोगों ने अपना टैक्स, बिजली बिल, फ़ोन बिल कई सालों से नहीं भरा हुआ था, अब वो भी अपना बिल जमा कर रहे हैं।

12- जितने भी तरीके के टैक्स होते हैं, उनकी चोरी पर लगाम लगी है और चोरी करने वालों के होश उड़ चुके हैं। डर की वजह से वे सभी अपने टैक्स जमा कर रहे हैं।

13- छोटे- छोटे दुकानदार भी अब डिजिटल तरीके से पैसे का लेन देन शुरू कर रहे हैं। जो लोग पहले केवल कैश लिया करते थे, अब वो भी पेटिएम और डिजिटल वैलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।

14- भारत के राजकोषीय घाटे में भी कमी आयी है।

15- देश के सभी बिजनेसमैन अब अपने काले धन को उजागर कर रहे हैं, और टैक्स जमा कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह पिछले टैक्स के साथ ही साथ आगे के टैक्स भी भर रहे हैं। पिछले दिनों ऐसी कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं, जिसमे ऐसे लोग दौड़कर आ रहे हैं और अपनी संम्पति को घोषणा कर रहे हैं और अपना टैक्स भर रहे हैं।

ये तो कुछ तत्काल उदहारण हैं, जो देखने को मिल रहे हैं। इसके अलावा इसके साथ ही देश में आने वाले दिनों में बहुत सारे बदलाव होने वाले हैं। आप भी अपनी आँखे खुली रखें और देश में फैलाई जा रही भ्रमात्मक बातों पर ध्यान ना दें।

जिनके पास कालाधन है, वही नोटबंदी पर हाय-तौबा मचा रहे हैं-अमित शाह

$
0
0



उत्तर प्रदेश चुनाव: नोटबंदी को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दिया बड़ा बयान
देश में जितने भी परिवर्तन हुए हैं, देश के युवाओं ने किए हैं।"
By Indo-Asian News Service | Published: November 19, 2016

उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जिनके पास कालाधन है, वही नोटबंदी पर हाय-तौबा मचा रहे हैं।
लखनऊ में ‘यूपी के मन की बात’ कार्यक्रम में शाह ने कहा, “भारत को दुनिया की प्रथम पंक्ति का देश बनाना है। हम ऐसा भारत बनाना चाहते हैं, जिसकी सेना सबसे आधुनिक और ताकतवर हो। जिन लोगों के पास आज काला धन है, वही सबसे ज्यादा हाय-तौबा मचा रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने सरकार की बात नहीं मानी और काला धन घोषित नहीं किया, अब उनकी हालत खराब हो गई है। सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे युवा उप्र के हैं, लेकिन जितना विकास यहां होना चाहिए, नहीं हुआ है।”

शाह ने कहा, “जिस विकास में गरीबों को समावेशित नहीं किया जा सके, उस विकास का कोई मतलब नहीं है। उप्र में यही स्थिति है। हमारी सरकार ‘रिफर्म’ में नहीं ‘ट्रांसफॉर्म’ में विश्वास करती है। हमारे लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हैं, देश कैसा हो यह आप को तय करना है, पूरा लोकतंत्र जातिवाद से ग्रस्त है।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “ज्यादातर पार्टियां परिवार की पार्टियां हो गई हैं। उनमें बेटा पैदा होते ही नेता तय हो जाता है। जातिवाद और परिवारवाद ने राजनीति में परफॉर्मेस और जवाबदेही को कम किया है।”
उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं, जब तक उप्र में विकास नहीं होगा, देश का विकास नहीं हो सकता। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी आधारभूत जरूरतों को जमीन तक पहुंचाने का काम राज्य सरकार का होता है।”
शाह ने कहा, “हम एक ऐसा भारत बनाना चाहते है, जहां हर गांव में 24 घंटे बिजली हो। देश में जितने भी परिवर्तन हुए हैं, देश के युवाओं ने किए हैं।”

देश की चिंता करने वाला नरेंद्र मोदी ही यह कदम उठा सका - अरविन्द सिसोदिया

$
0
0

भारतीय जनता पार्टी में देश प्रथम है। प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी के नोट बंदी निर्णय से देश का हित हुआ है। आतंकवाद, उग्रवाद, नक्सलवाद, हवाला, ड्रग सहित टैक्स चोरों और भ्रष्टाचारियों को करारी मात देकर, मोदी ने व्यवस्था की मजबूती का नया कीर्तीमान खड़ा किया है। देश हित के सामनें चुनावी हार जीत कोई मायनें नहीं रखती। कुर्सी की सियासत करने वालों में यह दम  नही होता !

- अरविन्द सिसोदिया, कोटा, राजस्थान । मोबाईल 9509559131 

---------------------------------------------------------------------

500, 1000 के नोट अकाउंट में जमा करने की सोच रहे हैं 
तो पढ़ें PM मोदी ने क्या कहा 

aajtak.in [Edited by: सना जैदी] नई दिल्ली, 20 नवम्बर 2016 |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आगरा में परिवर्तन रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए उठाए गए कदम पर सहयोग करने के लिए जनता की सराहना की. पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी से गरीबों, ईमानदारों और मध्यम वर्ग को फायदा होगा. पढ़िए नोटबंदी पर पीएम मोदी के भाषण की खास बातें.

1. नोटबंदी से जाली नोट के पूरे कारोबार को बड़ा झटका लगा है. मैंने कोई निर्णय किसी को परेशान करने के लिए नहीं किया, देश की भावी पीढ़ी को खड़ा करने के लिए किया है. ये 50 दिन आप तकलीफ झेलेंगे. बेईमानों के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे.

2. स्कूल में दाखिले के लिए भी कैश में पैसा देना पड़ता है, ये जो कदम उठाया है उससे गरीब, मध्यम वर्ग की लाचारी खत्म होने वाली है.

3. आज मैं आपसे आग्रह करने आया हूं, ये जो बदमाशी करने वाले लोग हैं वो जनधन अकाउंट खोलने वालों को पास पहुंच कर उन्हें प्रलोभन दे रहे हैं. ऐसे पापियों को घुसने मत देना. कानून इतना सख्त है कि पैसा देने वाले मुकर जाएंगे और गरीब जिसके अकाउंट में पैसे जमा होंगे वो फंस जाएगा. किसी का भी रुपया चाहे वो 500 का हो या हजार का हो उससे जितना दूर रह सकते हो रहो. वो आपको फंसा कर भाग जाएगा. ये गरीबों, मध्यम वर्गों, किसानों को बचाने के लिए मेरी योजना है.

4. एक मध्यम वर्ग का व्यक्ति मकान खरीदने जाता है तो कैश की मांग होती है. उसके खून पसीने की कमाई को काले में मांगा जाता है. कुछ लोगों की सारी जिंदगी तबाह हो जाए ऐसा दंड दिया है मैंने.

5. मध्यम वर्ग मेहनत से कमाता है. उन्हें लूटने वालों से राहत मिलेगी. गरीबों को पीने का शुद्ध पानी, बच्चों की शिक्षा, बीमार को दवाईयां, गरीब को उसका हक चाहिए. पैसे जमा होंगे. केवल दस दिन हुए हैं लेकिन 5 लाख करोड़ से ज्यादा रकम बैंकों में जमा हो चुकी है. आगे भी पैसे आएंगे. बैंक वाले इन पैसों का क्या करेंगे. उन्हें अब लोन देनी पड़ेगी. कपड़े, बर्तन, नाई, सभी को लोन मिलेगा. गरीब, मध्यम वर्ग को कम ब्जाय दर पर लोन मिलेंगे.

6. मैंने आज प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण शुरू किया. 2022 में जब हमारा देश आजादी के 75 साल मनाता होगा तब हिंदुस्तान के गरीब से गरीब के पास अपना घर होना चाहिए. हर गरीब के पास कम से कम 267 वर्ग फीट का अपना घर होगा. मैंने गरीब का घर बनाने का बीड़ा उठाया है. सच्चे अर्थ में घर बनाने का काम पूरे देश में प्रारंभ किया गया, करोड़ों करोड़ों घर बनाने हैं. इस योजना के तहत उस गरीब के परिवार के किसी सदस्य को राजमिस्त्री बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी और फिर अपना घर बनाएंगे. सबसे बड़ी बात ये है कि इन्हें ऐसा करने के लिए मनरेगा के तहत पैसे भी मिलेंगे.


7. पहले यूरिया के लिए देश के किसान कतार में खड़े रहते थे. जब यूरिया वाला नहीं देता था और हंगामा होता था तो पुलिस आकर किसानों का डंडा मारते थे और किसान लहूलुहान होते थे. कालाबाजारी सरकारी यूरिया को लूट लेते थे. ट्रक से ही कालाबाजारियों के पास चला जाता था और किसान यूरिया के लिए तरसते थे. मैंने यूरिया नीम कोटेड करवा दिया. अब यूरिया किसी भी केमिकल के लिए काम नहीं आता केवल खेतों में ही काम आता है. यूरिया की कालाबाजारी बंद हो गई. इससे जमीन और फसल को लाभ मिला तो किसानों का भी फायदा हुआ.


8. देश के गरीबों, मध्यम वर्ग, पढ़े लिखे, ईमानदार लोगों का सर झुका कर नमन करता हूं.

9. बिजली विभाग को पांच करोड़ की जगह 15 करोड़ का बिल आना शुरू हो गया.

10. केवल दस दिन हुए हैं लेकिन 5 लाख करोड़ से ज्यादा से रकम बैंकों में जमा हो चुके हैं. पहले के नेताओं को देश से अधिक कुर्सी की चिंता ज्यादा थी, इसलिए ऐसा कदम उठा नहीं सकते थे.
-----------------

नोटबंदी पर माया-ममता को PM मोदी का करारा जवाब, बोले- चिटफंड और टिकट बेचने वाले उठा रहे हैं सवाल 

aajtak.in [Edited By: अमित कुमार दुबे]
आगरा, 20 नवम्बर 2016
http://aajtak.intoday.in
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कानपुर रेल हादसे में मरने वालों लोगों के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करने के तुरंत बाद कालेधन और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष पर पलटवार किया.

पीएम ने कालेधन मुद्दे पर कहा कि देश के गरीबों, मध्यम वर्ग, पढ़े-लिखे, ईमानदार लोगों का वो सर झुका कर नमन करते हैं, जिन्होंने नोटबंदी में सरकार का सहयोग कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, 'देश को भ्रष्टाचार और कालेधन से मुक्त कराने का बीड़ा उठाया हूं, और इसे खत्म करके ही दम लूंगा, लेकिन ये सफल तभी हो पाएगा जब आपका साथ मिलेगा.'उन्होंने देशवासियों की तारीफ करते हुए कहा कि लोग मुश्किलों के बावजूद मुहिम का साथ देर रहे हैं, क्योंकि लोग भ्रष्टाचार और कालेधन से परेशान हैं.

कालेधन वाले हैं परेशान...
पीएम ने कहा, 'मैंने 8 तारीख को कहा था कि दो-तीन दिन मूल्यांकन करूंगा. मैंने पिछले दिनों जहां से भी मेरे कान में बात आई तो थोड़ा लचीलापन भी अपनाया गया. जो मजा लेते थे उनको ही 8 तारीख के बाद मजा चुकता करनी पड़ रही है. नोटबंदी के 10 के अंदर ही बैंकों में 5 लाख करोड़ से ज्यादा से रकम जमा हो चुके हैं. नोटबंदी से बिजली विभाग को पांच करोड़ की जगह 15 करोड़ का बिल आना शुरू हो गया.

उन्होंने कहा कि स्कूल में दाखिले के लिए भी कैश में पैसा देना पड़ता है, ये जो कदम उठाया है उससे गरीब, मध्यम वर्ग की लाचारी खत्म होने वाली है. एक मध्यम वर्ग का व्यक्ति मकान खरीदने जाता है तो कैश की मांग होती है. उसके खून पसीने की कमाई को काले में मांगा जाता है. कुछ लोगों की सारी जिंदगी तबाह हो जाए ऐसा दंड दिया है.

पीएम ने कहा कि देश की चिंता से अधिक कुर्सी की चिंता ज्यादा थी, इसलिए ऐसा कदम उठा नहीं सकते थे. पीएम ने अपनी रैली में कहा कि नोटबंदी से जाली नोट के पूरे कारोबार को बड़ा झटका लगा है. नकली नोट से देश में ड्रग्स और गोली-बारूद लाए गए.

उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग मेहनत से कमाता है, उन्हें लूटने वालों से राहत मिलेगी. गरीबों को पीने का शुद्ध पानी, बच्चों की शिक्षा, बीमार को दवाईयां, गरीब को उसका हक चाहिए. पैसे जमा होंगे, आगे भी पैसे आएंगे. बैंक वाले इन पैसों का क्या करेंगे. उन्हें अब लोन देनी पड़ेगी.

ममता को पीएम का जवाब
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बिना नाम लिए पलटवार करते हुए कहा कि मैं जानता हूं कैसे-कैसे लोग मेरे खिलाफ हैं. गरीबों ने करोड़ों रुपये चिटफंड में लगाए थे, लेकिन राजनेताओं ने उनके पैसे को लील लिया, सैकड़ों लोगों को मरना पड़ा था. ऐसे लोग मेरे खिलाफ आवाज उठा रहे हैं.

मायावती पर भी पीएम का पलटवार
वहीं मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले लोग कहते थे कि इतनी नोटें लाओ तब एमएलए बनोगे, वो नोट गरीब और ईमानदार लोगों के थे. हमने जो कोशिश की है उससे देश के गरीब और मध्यम वर्ग को सीधा लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा, 'मैंने कोई निर्णय किसी को परेशान करने के लिए नहीं लिया, देश की भावी पीढ़ी को खड़ा करने के लिए किया है'.

पीएम मोदी ने कानपुर में हुए रेल हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को हरसंभव आर्थिक मदद की जाएगी. पीएम ने कहा कि आखिर ये हादसा कैस हुआ इसकी तह तक जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि राहत और बचाव का काम तेजी से चलाया जा रहा है.
अपने बैंक अकाउंट का ना करें दुरुपयोग
आखिर में पीएम मोदी ने कहा कि हमने आपसे 50 दिन मांगे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं आगरा आपसे अपील करने आया हूं, ये जो बदमाशी करने वाले लोग हैं वो जनधन अकाउंट खोलने वालों को पास पहुंच कर उन्हें प्रलोभन दे रहे हैं. ऐसे पापियों की बातों में ना आएं. कानून इतना सख्त है कि पैसा देने वाले मुकर जाएंगे और गरीब जिसके अकाउंट में पैसे जमा होंगे वो फंस जाएगा'.

पीएम मोदी अपने भाषण में कहा कि हमने प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की ताकि गरीब के अकाउंट में उसके हक का पैसा पहुंचे, 400 सिगरेट का धुंआ गरीब मां के शरीर में नहीं जाए, इसलिए हमने उज्जवला योजना बनाई. गरीब के घर में गैस के चूल्हे पर खाना बनेगा, खाना पकाने के लिए दो-दो घंटे किचन में नहीं बिताना पड़ेगा. आजादी के 70 साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं आई थी, 1000 दिन में बिजली का काम पूरा करना है. सबसे ज्यादा गांव उत्तर प्रदेश में बिजली के बगैर थे, हम तेजी से इस पर काम कर रहे हैं.

इससे पहले प्रधानमंत्री ने आगरा में एक बड़ी आवासीय योजना का शुभारंभ भी किया. ‘साल 2022 तक सभी के लिए आवास’के तहत अगले तीन सालों में 1 करोड़ मकान बनाने का लक्ष्य तय किया गया है.

योजना के तहत 1 लाख से ज्यादा की सहायता राशि मिलेगी
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि वर्ष 2022 तक सभी के लिए मकान’के उद्देश्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय कैबिनेट ने यूपी समेत पूरे देश में इंदिरा आवास योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में पुनर्गठित करने को मंजूरी दी है. तोमर के मुताबिक, इस योजना के तहत 2016-17 से लेकर 2018-19 तक तीन सालों में एक करोड़ मकान बनाने की परिकल्पना की गई है.’ इस योजना में मैदानी क्षेत्र में 1.20 लाख और पर्वतीय क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी.

प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर इन भ्रष्टाचारियों के फन को कुचलना है- उमा भारती

$
0
0


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सांपों के बिलों’ में हाथ डाल दिया है : उमा भारती
भाषा, अंतिम अपडेट: सोमवार 21 नवम्बर  2016

1-उमा ने नोटबंदी की बावत पूछे गए सवालों के जवाब में कहा
2-नोटबंदी के फैसले से अब यह सभी सांप बौखलाये हुए हैं
3-प्रधानमंत्री के साथ मिलकर इन भ्रष्टाचारियों के फन को कुचलना है.

मेरठ: केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने रविवार को मेरठ में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1000 और 500 के नोट बंद कर ‘सांपों के बिलों’ में हाथ डाल दिया है.

यहां गांव मुजक्कीपुर में एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से उमा ने नोटबंदी की बावत पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि नोटबंदी के फैसले से अब यह सभी सांप बौखलाये हुए हैं और अपना-अपना फन उठाये हुए हैं, पूरे देश की जनता को अब प्रधानमंत्री के साथ मिलकर इन भ्रष्टाचारियों के फन को कुचलना है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले से आम आदमी को नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी को परेशानी हो रही है. आम जनता इस फैसले की अहमियत जानती है और वह इससे खुश है. भ्रष्टाचारियों और काले धन वालों से निकलने वाले इस धन का उपयोग गरीबों के हित में ही सरकार द्वारा किया जाएगा.

केन्द्रीय मंत्री ने विपक्षी दलों द्वारा लगाये जा रहे आरोपों पर कहा कि विपक्ष का आरोप है कि विदेशों से काला धन केन्द्र सरकार नहीं लायी, जबकि विदेशों में जमा काला धन विभिन्न रास्तों के माध्यम से भारत में आ चुका है. इस काले धन से बेनामी संपत्ति बन गई हैं.


उन्होंने कहा कि बुलंदशहर गैंगरेप कांड एक शर्मनाक घटना है. लेकिन उत्तर प्रदेश में इस कांड के तीन आरोपियों को जमानत मिल गई और वह जेल से बाहर आ चुके हैं. इसके लिए वह प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और नेताजी से पूछती है कि क्या यही प्रदेश की कानून व्यवस्था है, जहां पर सरेआम हाईवे पर मां-बेटी की इज्जत लूटने वालों को भी बड़े आराम से जमानत मिल जाती है.

गंगा सफाई के बारे में केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वह गंगा और उसकी सहायक नदियों को साफ करने में जुटी हैं और शीघ्र ही गंगा विश्व की दस सबसे साफ नदियों में शामिल हो जाएगी. तीन साल में एक करोड़ हेक्टेयर जमीन को सिचिंत किया जाएगा. उनका प्रयास रहेगा कि वह हिंडन नदी पर आचार संहिता लगने से पहले ही सफाई का काम प्रारम्भ करा दें.

नोटबंदी से अमीर-गरीब की खाई कम होगी : राजनाथ सिंह

$
0
0


नोटबंदी से अमीर-गरीब की खाई कम होगी : राजनाथ सिंह


http://naidunia.jagran.com
अमीर-गरीब की खाई कम करेगी नोटबंदी : राजनाथ
Published: Sat, 19 Nov 2016

नई दिल्ली। नोटबंदी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसे राजनीतिक शुचिता लाने वाला कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे गरीब और अमीर के बीच खाई कम करने में भी मदद मिलेगी। नोटबंदी से आम जनता को हुई दिक्कतों को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि यह थोड़े दिनों की बात है। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।

राजनाथ सिंह ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने को ऐतिहासिक और साहसिक बताते हुए कहा कि इससे आतंकियों और नक्सलियों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। पाकिस्तान में छपे नकली नोट आतंकी फंडिंग का मुख्य स्त्रोत थे। लेकिन नोट बंद होने के बाद इस पर पूरी तरह रोक लग गई है।

इसी तरह अपहरण और लेवी वसूलकर नक्सलियों ने सैंकड़ों करोड़ रुपए जमा किये थे। अब नक्सलियों के लिए अपनी गतिविधियां चलाना मुश्किल होगा। ध्यान देने की बात यह है कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर पहले ही कह चुके हैं कि नोटबंदी की मार के बाद कश्मीर में विरोध-प्रदर्शन बंद हो गए हैं।

राजनाथ ने कहा कि इस तरह का साहसिक फैसला सिर्फ वहीं सरकार ले सकती है, जो सिर्फ राजनीति करने के लिए सत्ता में नहीं आती है, बल्कि समाज और देश की सेवा की भावना से शासन करती है। उन्होंने इस फैसले को राष्ट्र निर्माण की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि तमाम मुश्किलों के बावजूद आम जनता ने जिस तरह से सरकार के फैसले का समर्थन और सहयोग किया है, वह सराहनीय है।

गौरतलब है कि नोटबंदी के तत्काल बाद बैंकों और एटीएम के बाहर भीड़ और अफरा-तफरी की आशंका को देखते हुए राजनाथ ने गृह मंत्रालय वरिष्ठ अधिकारियों की टीम का गठन कर दिया था। इस टीम का काम सभी राज्यों में पुलिस महानिदेशकों और मुख्य सचिवों के साथ समन्वय कर बैंकों और एटीएम के बार पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित कराना था।




नोटबंदी पर विपक्ष 'गलत जानकारी फैला'रहा है - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

$
0
0


भावुक PM ने BJP सांसदों से कहा - 
नोटबंदी पर विपक्ष 'गलत जानकारी फैला'रहा है, आप जनता को बताएं सच्चाई
विवेक रस्तोगी द्वारा अनूदित, अंतिम अपडेट: मंगलवार २२ नवम्बर, 2016

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपनी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों को बताया कि नोटबंदी को लेकर विपक्षी दल 'गलत जानकारी फैला'रहे हैं, और उनसे आग्रह किया कि वे इस कदम से होने वाले कई फायदों के बारे में जनता को बताएं. कर चोरी से लड़ने की अपनी योजना के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, "यह शुरुआत है, अंत नहीं..."इसके बाद बीजेपी सांसदों ने 500 तथा 1,000 रुपये के नोटों को बंद कर देने के सरकार के फैसले का समर्थन करने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया.

वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया गया है 
और हम इस पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। नोटबंदी के फैसले पर सरकार और विपक्ष किसी भी तरह से समझौते के मूड में नहीं दिख रहे हैं। एक तरफ विपक्ष सड़क से लेकर संसद तक इस मामले में हंगामा कर रहा है, दूसरी तरफ सरकार इसे देशहित में लिया गया फैसला बताकर वापस लेने से साफ इनकार कर रही है।
भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में मंगलवार सुबह केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'हम कई बार कह चुके हैं कि नोटबंदी पर बहस के लिए तैयार हैं।'उन्होंने कहा, यह बहुत बड़ा निर्णय है और ऐसा फैसला लेने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत की जरूरत थी।
          नोटबंदी के फैसले से देश की जनता को हो रही परेशानी को लेकर विपक्ष संसद और सड़क दोनों जगह जोरदार हंगामा कर रहा है। सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लेने की बात कही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से राय मांगी है। उन्होंने अपने NM App पर सीधे जनता से राय मांगी है।

       भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत एवं सतत लड़ाई की शुरुआत बताया।

          जेटली ने कहा कि नोटबंदी का फैसला देशहित में लिया गया है और हम इस पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, पूरा देश फैसले का स्वागत कर रहा है। ये एक ऐतिहासिक कदम है। पिछले 70 साल से जो सामान्य (चलता है) चल रहा था उसे रोककर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया सामान्य (चलता है) गढ़ा।

              उन्होंने कहा, कुछ लोग इस फैसले के प्रति लोगों को बर्गलाने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि नोटबंदी के फैसले के बारे में वित्त मंत्री को भी नहीं पता था, फिर वही लोग कहते हैं कि इस फैसले के बारे में बीजेपी को पहले से पता था, दोनों बातें एक साथ कैसे हो सकती हैं।
           उन्होंने कहा, अगले कुछ हफ्तों के लिए हम कृषि क्षेत्र की तरफ ध्यान लगाना चाहते हैं। रबी की फसल का सीजन आने वाला है।

बड़ी राहत: RBI ने होम, कार समेत तमाम लोन के EMI पेमेंट की मोहलत 60 दिन बढ़ायी

भाषा | Updated: Nov 22, 2016

मुंबई
बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के कर्जदारों की नकदी की समस्या को देखते हुए रिजर्व बैंक ने एक करोड़ रुपये तक के होम, कार, ऐग्रिकल्चर एवं अन्य लोन के पेमेंट के लिए 60 दिन का ज्यादा समय दिया है। इस अवधि में बैंकों को ऐसे कर्जों को एनपीए (अवरुद्ध ऋण) की श्रेणी में नहीं दिखाने की छूट होगी। रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा कि यह 1 नवंबर और 31 दिसंबर के बीच पेमेंट की जाने वाली किस्तों (EMIs) पर लागू होगा।

यह छूट उन कर्जदार इकाइयों के लिए भी उपलब्ध है जो एक करोड़ रुपये या उससे कम की कर्ज सीमा के साथ बैंक से कारोबार के रोजमर्रा खर्च के लिए लोन ले रखा है और इसके लिए वर्किंग कैपिटल अकाउंट्स खोल रखा है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि इस छूट से बैंकों और किसी प्रकार की एनबीएफसी के खातें में एक करोड़ रुपए या उससे कम की स्वीकृत सीमा के टर्म बिजनस या पर्सलन लोन को भी इस छूट का फायदा हो गया। ये लोन गारंटी वाले या बगैर गारंटी दोनों तरह के हो सकते हैं। इनमें होम और ऐग्रिकल्चर लोन भी शामिल होंगे।


मामले से जुड़े  ताजातरीन अपडेट
१-जिस समय प्रधानमंत्री अपनी पार्टी के सांसदों को संबोधित कर रहे थे, कांग्रेस के नेतृत्व में 11 विपक्षी दलों ने भी बैठक की, और नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति पर विचार-विमर्श किया.
२-नोटबंदी के मुद्दे पर पिछले सप्ताह शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से संसद ठप है, और गुस्साए विपक्षी दल लगातार कामकाज में बाधा डाल रहे हैं. पिछले सप्ताह एक बहस के दौरान वरिष्ठ विपक्षी नेताओं ने सरकार को नकदी की किल्लत से खासतौर से किसानों को होने वाली परेशानी का अंदाज़ा न लगा पाने के लिए आड़े हाथ लिया था.
३-विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री को अपने इस कदम के बारे में राज्यसभा में बोलना चाहिए, जहां सरकार अल्पमत में है. लोकसभा में विपक्ष की मांग बहस के बाद मतदान करवाने की है.
४-सरकार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में नहीं बोलेंगे, बल्कि वित्तमंत्री अरुण जेटली विपक्ष के सभी प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार हैं. अरुण जेटली का कहना है कि ऐसा नहीं होने देने से साबित होता है कि विपक्ष इस पहल में सरकार का साथ देने के लिए तैयार ही नहीं है.
५-बुधवार को विपक्षी दल संसद परिसर में ही विशाल विरोध प्रदर्शन करेंगे.
६-पश्चिम बंगाल की मुख्यमत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह मंगलवार को एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगी. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया की भी अपनी आम आदमी पार्टी का एक मार्च लेकर संसद तक जाने की योजना है.
७-विपक्ष की योजना आम आदमी को हो रही नकदी की किल्लत के खिलाफ एक देशव्यापी बंद आयोजित करने की भी है.
८-सोमवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी एक एटीएम के बाहर लगी लंबी लाइन में खड़े हुए थे, और कहा था कि जनता को हो रही इन दिक्कतों से बचा जा सकता था, अगर प्रधानमंत्री ने विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा किया होता.
9-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नकदी संकट को खत्म करने के लिए जनता से 50 दिन का समय मांगा है, और आश्वासन दिया है कि नोटबंदी के इस कदम से आने वाले समय में काफी फायदा होगा.

उत्कट आत्मीयता है संघ कार्य का आधार – परमपूज्य डॉ. मोहन भागवत जी

$
0
0





          नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक परमपूज्य डॉ. मोहन भागवत जी ने रविवार को केशव स्मारक समिति के नए भवन (केशव कुंज, संघ कार्यालय) के निर्माण का भूमि पूजन व शिलान्यास किया. कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए सरसंघचालक जी ने कहा कि जब अपना कार्य शुरु हुआ, तब हम साधनहीन अवस्था में थे और आज भी साधनहीन अवस्था में काम करने की हमारी शक्ति भी है और तैयारी भी है, क्योंकि अपने कार्य का यह स्वभाव है. डॉ. साहब जिन कागजों पर पत्र लिखते थे, उसके शीर्षक में एक मुद्रित पंक्ति रहती थी. कार्य की सिद्धि तो कार्यकर्ताओं के सत्व के भरोसे होती है, उपकरणों का महत्व नहीं रहता. कार्य हमने शुरु किया, तब हमने विचार ही नहीं किया कि हमारे पास साधन क्या हैं और कौन से साधन हमको चाहिए. अपने देश, राष्ट्र, समाज उसका दुःख, उसकी दुरावस्था हमारी प्रेरणा रही और जैसे अपने किसी अत्यंत आप्त को संकट में देख कर आदमी बिना विचार किए दौड़ पड़ता है, वैसे हम दौड़े. और वही उत्कट आत्मीयता आज भी हमें दौड़ा रही है. हमको किसी साधन की आवश्यकता नहीं है. इसलिए अपना भवन बनेगा, यह कहा गया है कि उसमें मुख्यतः संघ कार्यालय रहेगा. लेकिन संघ ने अपने नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं है. तरह-तरह के सेवा कार्य करने वाले न्यासों के भवन जगह-जगह है, यह भी वैसा ही रहेगा. लेकिन एक तांत्रिकता है, विधि-विधान के तहत निर्दोष व्यवस्था, उसका पूर्णतः पालन हो ऐसी व्यवस्था करना, उसको उस विधि का जो भाव है, उसके अनुसार ही चलाना. यह स्वयंसेवक का स्वभाव रहता है, वैसे ही चले. लेकिन हम सब लोग जानते हैं कि कुल मिलाकर ऐसे सब भवनों को, वहां-वहां के स्वयंसेवक, वहां-वहां का समाज भी संघ कार्यालय के रूप में जानता है. अब हमारी ऐसी स्थिति है कि अगर आवश्यकता बढ़ी है तो उस आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए न्यूनतम आवश्यक जितना है, उतना हम जुटा सकते हैं, और वो जुटाते हैं. क्योंकि साधनहीन निष्कांचन रहने में गौरव अथवा वैसे रहने का कोई हमारा शौक नहीं है. कार्य के लिए जितना आवश्यक है उतना चाहिए. पहले था ही नहीं, बिना उसके भी काम किया. अब हो सकता है इसके कारण कार्य करने में सुविधा, कार्य करने की गति में वृद्धि होती है तो हम करेंगे. लेकिन पहली बात तो यह है कि इन साधनों के स्वामी हम रहते है, उस पर हम निर्भर नहीं रहते. दूसरी बात है साधन भी एक तांत्रिकता है. 
संघ कार्यालय है यानि क्या है, वो भवन ही होना चाहिए, ऐसा भी है क्या, ऐसा नहीं है. संघ प्रारंभ हुआ, तब संघ का कोई कार्यालय नागपुर में नहीं था. मोहिते शाखा लगी, वो पुराना एक बाड़ा था, उसके खंडहर में एक तलघर भी था, तलघर के दो तीन कमरे साफ करके उसमें कार्य चलता रहा. डॉ. साहब सुबह एक मोहल्ले में एक घर में, दोपहर एक मोहल्ले में एक घर में ऐसे बैठते थे, वहीं से काम होता था और बाकी समय वह अपने घर में होते थे. वहीं पर बैठकें होती थीं. बाद में वहां एक दशोत्तर नाम के सज्जन थे, उन्होंने अपने बाड़े में एक कमरा खाली कर दिया बिना किराये अपना काम वहां से चले तो बहुत दिन वहां पर कार्यालय चला. फिर धीरे-धीरे आज जहां कार्यालय है, वहां की भूमि हमको प्राप्त हुई और 1940 में वहां हमने आवश्यक जैसा भवन बनाया. तो भवन है, भवन होना चाहिए, भवन बन रहा है, ये हमारे लिए आनंद की बात है. कैसे बनेगा, कैसा बनेगा, हमारी उत्सुकता रहना भी स्वाभाविक है. लेकिन हम जानते हैं कि केवल भवन बनने से हम उसको कार्यालय नहीं कहते. कार्यालय एक वातावरण का नाम है. केशव स्मारक समिति का भवन रहेगा, उसमें संघ कार्यालय का काम चलेगा. हो सकता है कि जैसे केशव कुंज के साथ-साथ इतिहास संकलन समिति का कार्यालय था, संस्कृत भारती वाले थे. ऐसे अनेक संगठनों के नाम पट्टा यहां पर थे, वैसे वहां पर भी होगा. लेकिन कुल मिलाकर उस भवन में जाने से हम कहेंगे संघ कार्यालय क्योंकि ये एक या अनेक संस्थाओं का कार्यालय, ऐसा उसका स्वरूप नहीं रहता है. हम जानते हैं कि हम सब लोगों का एक कुटुंब है और उस कुटुंब का वो स्थान है.  कौटुंबिक वातावरण रहता है, वो आत्मीयता रहती है, परस्पर संबंधों की वह पवित्रता रहती है. भारत माता की पूजा का मंदिर हम अपने भावों में मानते हैं, तो उस पूजा भाव की पवित्रता सारे वातावरण में अनुभव होती है. अपने समाज के प्रति संवेदना हमको कार्य में प्रवृत्त करती है, तो कार्यालय में जाने से वो संवेदना अपने हृदय में प्रस्फुरित होने से समाज के लिए सक्रिय होने की प्रेरणा भी मिलती है. अब स्वयंसेवक मिलकर भवन को अच्छा बनाएंगे, पर्याप्त बनाएंगे, सारा काम बारिकी से ठीक संपन्न हो जाएगा. परंतु कार्यालय का ये भवन पूरा बन जाने के बाद हो सकता है, गृह प्रवेश का भी ऐसा ही एक कार्यक्रम होगा. लेकिन उस समय कार्यालय भवन का काम पूरा हो गया, ऐसा नहीं माना जाएगा. क्योंकि कार्यालय के भवन के अंदर कार्यालय की सृष्टि करना, ये बाद में हम सब लोगों को मिलकर करना पड़ेगा. वही आत्मीयता, वही पवित्रता, वही शुचिता, वही प्रेरणा, वहीं स्वच्छता, जैसे पहले से चलती आ रही है. उस भवन में भी वही वातावरण बने तो फिर वो नाम सार्थक होंगे. अभी शिलान्यास के समय हम मन की तैयारी कर रहे होंगे या कर चुके होंगे कि भवन के लिए परिश्रम, व्यय की व्यवस्था अपने को करनी है. लेकिन साथ-साथ हम इसकी भी तैयारी करें कि जो नया भवन बनेगा, उसमें संघ का कार्यालय, उस प्रकार से वहां के भावों की परिपूर्ति करते हुए, हम सब लोग बनाएंगे.  सब स्वयंसेवकों के लिए और समाज के सभी लोगों के लिए वो एक पवित्रता का, प्रेरणा का, शुचिता का, आत्मीयता का केंद्र बने, इसकी चिंता भी हमको करना है. ये दायित्व एक भवन बनाने के निमित्त बढ़ा हुआ, बड़ा भवन निर्माण करते हुए बढ़ा हुआ, बड़ा दायित्व भी हम अपने सिर पर ले रहे हैं. इसका ध्यान रखकर हम सब लोग अपनी तैयारी करें. इतना ही एख निवेदन आप सबके सामने रखता हूं.
कार्यक्रम में सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी, दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहुजा जी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण अडवाणी जी, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ जी, अमित शाह जी, केशव समारक समिति के अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल जी, महामंत्री मूलचंद जैन जी, समिति के उपाध्यक्ष एवं दिल्ली प्रांत सह संघचालक आलोक कुमार जी सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.
कार्यक्रम के पश्चात केशव स्मारक समिति के उपाध्यक्ष आलोक कुमार जी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान संघ कार्याल की भूमि सन् 1947 में संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरू जी ने नाम हुई थी. सन् 1972 में श्रीगुरू जी ने निर्णय लिया कि संपत्ति अपने नाम नहीं रखनी, तत्पश्चात केशव स्मारक समिति का गठन हुआ और भूमि समिति के नाम की गई. उस समय आवश्यकता के अनुसार भवन का निर्माण किया गया, अब कार्य को देखते हुए बड़े भवन की आवश्यकता अनुभव हुई तो नए भवन की योजना बनी.
उन्होंने बताया कि नया भवन सात मंजिला होगा, और उसमें 700 गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा होगी. भवन में तीन ब्लॉक होंगे, अंतिम ब्लॉक में वरिष्ठ अधिकारियों के आवास की व्यवस्था रहेगी. भवन के निर्माण पर करीब 70 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और तीन साल में निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है. नए भवन में दिल्ली प्रांत कार्यालय, केंद्रीय व क्षेत्र कार्यालय, प्रचार विभाग की आवश्यकता के अनुसार कार्यालय, व आवास व्यवस्था, पुस्तकालय, डिस्पेंसरी भी होगी.
उन्होंने कहा कि नए भवन के निर्माण के लिए नक्शा पास करवाने के साथ ही समस्त विभागों से अनुमति लेने की प्रक्रिया वर्ष 2013 में शुरू की गई थी. जो अब 2016 में पूरी होने के पश्चात निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है. दिल्ली में एक लाख के करीब स्वयंसेवक व संघ हितैषी हैं, समय व आवश्यकता अनुसार भवन निर्माण के लिए उनसे ही राशि एकत्रित की जाएगी. उनके प्रांत कार्यवाह भारत भूषण जी भी उपस्थित थे.

नोटबंदी के बाद मध्य प्रदेश में भाजपा ने जीत का परचम लहराया

$
0
0
       
नोट बंदी के बाद जिस तरह से विपक्ष ने हायतोबा मचाई थी उसका जबाव जनता ने दे दिया हे । जहाँ  जिसकी राज्य सरकार थी वहां उस दल को सीट मिल गई है । उत्तर भारत में आमजन भाजपा के फेवर में हैं । यह सबूत मध्यप्रदेश ने से दिया है । मध्यप्रदेश , असम और अरुणाचल के उप चुनावों में 2 लोकसभा और 3 विधानसभा चुनाव जीतें हैं ।
- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा  कोटा , राजस्थान 9509559131
-------------------------

नई दिल्ली(जेएनएन)। नोटबंदी के फैसले के बाद 19 नवंबर को हुए उपचुनावों को केंद्र सरकार के लिए विपक्षी दलों ने जनमत संग्रह करार दिया था। लेकिन जो नतीजे सामने आ रहे हैं, वो पहले की रुझानों की ही तरह हैं। पश्चिम बंगाल की तमलुक सीट को टीएमसी अपने कब्जे में करने में कामयाब रही है। तमलुक सीट पर पहले भी टीएमसी का ही कब्जा रहा है। मध्य प्रदेश की शहडोल सीट पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया है। शहडोल सीट भी पहले भाजपा के कब्जे में थी।

नतीजे
पश्चिम बंगाल -तमलुक लोकसभा पर टीएमसी अपने कब्जे में रखने में कामयाब रही है। टीएमसी उम्मीदवार दिव्येंदु अधिकारी ने अपने निकटम प्रतिद्वंदी को करीब पांच लाख वोटों से हराया है।
मध्य प्रदेश- लोकसभा उपचुनाव में शहडोल सीट से भाजपा के ज्ञान सिंह 60,383 मतों के अंतर से जीते।
त्रिपुरा- बारजाला और खोवाई विधानसभा सीट पर सीपीआईएम की जीत ।
मध्य प्रदेश- नेपानगर विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत ।
पुडुचेरी: कांग्रेस ने जीती नेल्लीथोपु विधानसभा सीट पर सीएम वी. नारायणसामी ने AIADMK के उम्मीदवार को 11,144 वोटों से हराया।
पश्चिम बंगाल- मोंटेश्वर विधानसभा सीट को टीएमसी ने एक लाख 27 हजार के अंतर से जीत लिया है। दूसरी तरफ लोकसभा उपचुनाव में कुचबिहार सीट पर तृणमुल कांग्रेस के पार्थ प्रतिम रॉय 4,13, 231 वोट से जीते।
तमिलनाडु - तंजावुर विधानसभा सीट पर एआइडीएमके की जीत
रुझान
असम-लखीमपुर सीट पर भाजपा आगे ।
लोकसभा की इन सीटों पर हुए थे उपचुनाव
-लखीमपुर (असम)
-शहडोल (मध्यप्रदेश)
-कूचबिहार तथा तमलुक (पश्चिम बंगाल)
विधानसभा की इन सीटों पर हुए थे उपचुनाव
-बैठालंगसो और हयुलिआंग (सु)- अरूणाचल प्रदेश
-नेपानगर (सु)-मध्यप्रदेश
-मोंटेस्वर- (पश्चिम बंगाल)
-तिरूपराकुन्द्रण (तमिलनाडु)
-बारजाला और खोवई (त्रिपुरा)
-नेल्लीतोपे (पुदुचेरी)
------------------------------------

पश्चिम बंगाल उपचुनाव में तृणमूल ने तीनों सीटें बरकरार रखीं


पश्चिम बंगाल में 19 नवंबर को हुए उप चुनाव की मतगणना में तृणमूल कांग्रेस ने दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा और उसके प्रत्याशी बड़े मतों के अंतर से जीते हैं.
तमलुक लोकसभा सीट पर तृणमूल के दिव्येन्दु अधिकारी ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी माकपा के महिंद्रा पांडा को 4.97 लाख मतों के अंतर से हराया. वर्ष 2014 में उन्होंने 2.5 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.

कूचबेहार लोकसभा सीट पर तृणमूल के पार्थप्रतिम राय ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी भाजपा प्रत्याशी हेमचंद्र बर्मन को 4.9 लाख मतों के अंतर से हराया. इस सीट पर वाम मोर्चा की सहयोगी फार्वड ब्लॉक तीसरे स्थान पर रही. राय ने वर्ष 2014 की तुलना में इस बार अपने जीत के मतों के अंतर में 38,000 की वृद्धि की.

मोन्टेर विधानसभा सीट पर तृणमूल के सैकत पांजा ने 1.27 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज करते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी माकपा के मोहम्मद उस्मान गनी सरकार को हराया. माकपा, कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई.

मई 2016 में हुए विधानसभा चुनावों में तृणमूल की जीत का अंतर 786 वोट था जब कांग्रेस और माकपा ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा था.

कूचबेहार लोकसभा सीट और मोन्टेर विधानसभा सीट पर क्रमश: तृणमूल सांसद रेणुका सिन्हा और विधायक सजल पांजा के निधन के कारण उपचुनाव कराया गया.
तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल के सांसद सुवेन्दु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की नन्दीग्राम विधानसभा सीट से उपचुनाव जीता और अब वह राज्य मंत्री हैं. सुवेन्दु दिव्येन्दु के बड़े भाई हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने उप चुनाव के परिणामों को केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ जनादेश करार दिया है.

उन्होंने विपक्ष द्वारा आयोजित विरोध रैली में हिस्सा लेने के लिए नयी दिल्ली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा "उप चुनाव के परिणाम केंद्र के नोटबंदी संबंधी जनविरोधी फैसले के खिलाफ करारा जवाब हैं. यह केंद्र के खिलाफ सामूहिक विद्रोह के बजाय जनता का विद्रोह है. भाजपा को इस जनादेश से सबक लेना चाहिए."

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से पूछे 10 सवाल

$
0
0


नोटबंदी पर पीएम नरेंद्र मोदी ने जनता से मांगी राय, कहा- मैं आपकी प्रतिक्रिया जानना चाहता हूं
I want your first-hand view on the decision taken regarding currency notes. Take part in the survey on the NM App. http://t.co/TYuxNNJfIf pic.twitter.com/mWv2frGn3R
— Narendra Modi (@narendramodi) November 22, 2016 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट के फैसले पर राय मांगी है। नोटबंदी पर सर्वे  के लिए नरेंद्र मोदी ऐप का प्रयोग करना होगा। इस सर्वे में 10 सवाल पूछे गए हैं। पीएम ने ट्वीट कर बताया, ”मैं करेंसी नोट को लेकर लिए गए फैसले पर आपकी प्रतिक्रया जानना चाहता हूं। नरेंद्र मोदी ऐप पर सर्वे में हिस्‍सा लीजिए।” गौरतलब है आठ नवंबर को पीएम मोदी ने देश के नाम संबोधन में नोटबंदी का एलान किया था। साथ ही कहा था कि पुराने नोट बदलने के लिए 30 दिसंबर तक का समय है। सरकार के इस फैसले को हालांकि लोगों का अच्‍छा समर्थन मिल रहा है। लोगों का कहना है कि कर चोरी और भ्रष्‍टाचार से बचने के लिए यह उपाय है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में कैश की कमी के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को लगातार बैंकों में लाइनों में खड़े रहकर नोट बदलवाने पड़ रहे हैं। साथ ही जिन घरों में शादी है उन्‍हें पैसों की कमी झेलनी पड़ रही है।


विपक्ष भी बैंकों में पैसे की कमी और एटीएम बंद होने के मसले के जरिए सरकार को घेर रहा है। संसद में इसके चलते काम नहीं हो पा रहा है। विपक्ष पीएम के जवाब की मांग कर रहा है। वहीं सरकार का कहना है कि वित्‍त मंत्री नोटबंदी पर जवाब देने को तैयार है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने आगरा में रैली के दौरान कहा था कि उन्‍होंने 50 दिन का समय मांगा था। अगर इस अवधि में वे यह काम पूरा नहीं कर पाएं तो उन्‍हें दोष दिया जाए। मंगलवार को भाजपा सांसदों को संबोधित करने के दौरान भी नोटबंदी पर मोदी भावुक हो गए थे। उन्‍होंने कहा कि 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बैन करने का फैसला गरीबों की मदद के लिए किया गया है।
पीएम ने कहा कि विपक्ष गलत जानकारी फैला रहा है। उन्‍होंने भाजपा सांसदों से कहा कि वे इस बारे में जनता को जागरूक करें और इस कदम के फायदे बताएं। नोटबंदी कालेधन और भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई का अंत नहीं है बल्कि यह शुरुआत है। वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा कि सरकार नोटबंदी पर चर्चा पर तैयार है। यह बहुत बड़ा निर्णय है और इसे लागू करने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत चाहिए थी। पूरा देश इसका स्वागत कर रहा है, ये एक एतिहासिक कदम है। नोटबंदी से गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। यह फैसला देशहित में है। नोटबंदी से थोड़े दिन के लिए दिक्कत हो सकती है लेकिन जल्‍द ही स्थिति सुधर जाएगी।
-----------------
aajtak.in [Edited By: सबा नाज़]
नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष के हमले झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर जनता से एक एप के जरिए नोटबंदी पर राय मांगी है. उन्होंने देश की जनता से एमएन एप पर सर्वे में शामिल होने का अनुरोध भी किया. बैंकों और एटीएम की लाइनों में खड़ी परेशान जनता पीएम के इस कदम पर क्या प्रतिक्रिया देती है ये तो वक्त ही बताएगा. पहले जानिए सर्वे में हिस्सा लेने वालों से पूछे जा रहे 10 सवाल-
1. क्या आपको लगता है भारत में कालाधन है ?
2. क्या आपको लगता है कि कालेधन और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों से लड़ने की जरूरत है ?
3. काले धन के खिलाफ अब तक मोदी सरकार द्वारा किए गए प्रयास पर आप क्या कहेंगे?
4. भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक मोदी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर आप क्या कहेंगे?
5. मोदी सरकार द्वारा 500-1000 की नोटबंदी के कदम पर आपकी क्या राय है?
6. क्या आपको लगता है कि नोटबंदी काले धन , भ्रष्टाचार और आतंकवाद पर लगाम लगाने में कारगर है?
7. नोचबंदी से रियल एस्टेट, उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं आम जन की पहुंच में आ जाएंगी?
8. भ्रष्टाचार, काले धन, आतंकवाद के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से क्या आपको असुविधा का सामना करना पड़ा?
9. क्या आपको लगता है कि भ्रष्टाचार का विरोध करने वाले अब काले धन, भ्रष्टाचार और आतंकवाद के समर्थन में लड़ाई लड़ रहे हैं?
10. क्या आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई सुझाव देना चाहेंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया, 'करंसी नोट के संबंध में लिए गए फैसले पर मैं आपका शुरुआती नजरिया जानना चाहता हूं. एनएम ऐप पर सर्वे में हिस्सा लें.'प्रधानमंत्री के इस रायशुमारी के कदम को संसद में लगातार हंगामा कर रहे विपक्ष को जवाब देने की कोशिश बताया जा रहा है.

साबित हुआ जनता मोदी के साथ : नोटबंदी के बाद हुए उपचुनाव BJP जीती :

$
0
0
नोट बंदी के बाद जिस तरह से विपक्ष ने हायतोबा मचाई थी उसका जबाव जनता ने दे दिया हे । जहाँ  जिसकी राज्य सरकार थी वहां उस दल को सीट मिल गई है । भारत में आमजन भाजपा के फेवर में हैं । यह सबूत  मध्यप्रदेश , असम और अरुणाचल के उप चुनावों में 2 लोकसभा और 3 विधानसभा चुनाव जीतें ने से दिया है ।  इन चुनावों से  सबोट हुआ कि जनता मोदीजी के साथ हे । 
- अरविन्द सिसोदिया , जिला महामंत्री भाजपा  कोटा , राजस्थान 9509559131
----

नोटबंदी के बाद हुए उपचुनाव का रिजल्टः MP, असम, अरुणाचल में BJP जीती, मंत्री ने कहा- साबित हुआ जनता मोदी के साथ
dainikbhaskar.com | Nov 22, 2016, 




नई दिल्ली. नोटंबदी के बाद पिछले हफ्ते 7 राज्यों की 14 सीटों पर उपचुनाव हुए थे। इसके नतीजे मंगलवार को आए। मध्य प्रदेश, असम और अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी ने कब्जा किया है। तमिलनाडु की तीनों विधानसभा सीटों पर AIADMK ने जीत हासिल की है। त्रिपुरा में दोनों सीटें सीपीएम को मिलीं हैं। उधर वेस्ट बंगाल टीएमसी तीनों विधानसभा सीटें अपने ही पास रखने में कामयाब रही है। 
# मध्य प्रदेश
- शहडोल लोकसभा सीट और नेपानगर विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी अपना कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रही है।
- शहडोल ज्ञान सिंह ने कांग्रेस की हिमाद्री सिंह को हराया। हिमाद्री कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री रहे दलबीर सिंह की बेटी हैं।
- शहडोल सीट बीजेपी सांसद दलपत सिंह परस्ते की मौत के बाद खाली हुई थी।
- नेपानगर में बीजेपी की मंजू दादू ने कांग्रेस के अंतर सिंह बारडे को हराया।
- मंजू बीजेपी के दिवंगत विधायक राजेंद्र श्यामलाल दादू की बेटी हैं। श्यामलाल दादू की इसी साल जून में सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
# वेस्ट बंगाल
- वेस्ट बंगाल में टीएमसी तीनों सीटों पर फिर जीत हासिल करने में कामयाब रही।
- कूच बिहार में पार्था प्रतिम 4 लाख 13 हजार 231 वोटों से जीते। उन्होंने बीजेपी के हेमचंद्र बर्मन को 4 लाख 90 हजार वोटों से हराया।
- तमलुक लोकसभा सीट पर दिव्येंदु अधिकारी जीते। उन्होंने सीपीअाई-एम की मंदिरा पांडा को 4 लाख 97 हजार वोटों से शिकस्त दी।
- मोंटेश्वर विधानसभा सीट पर सैकत पांजा जीते। उन्होंने सीपीआई-एम के मोहम्मद ओसमान गनी सरकार को 1 लाख 27 हजार वोटों से हराया।
# तमिलनाडु
- तमिलनाडु की तीनों विधानसभा सीटों पर AIADMK ने जीत दर्ज की है।
- तंजावुर सीट पर AIADMK के एम. रेंगासामी ने DMK के अंजुघम बूपथि को 25000 वोटों से शिकस्त दी।
- अरावकुरिचि में AIADMK के वी. सेंथिल बालाजी ने DMK के के.सी. पलानिसामी को 23 हजार 661 वोटों से हराया।
- तिरुपर्रानकुंदरम सीट पर AIADMK के ए.के. बोस ने DMK के पी. सर्वाननम को 42670 वोटों से शिकस्त दी।
- अरावकुरिचि और तंजावुर में इस साल मई में हुए विधानसभा चुनाव के वक्त वोटिंग टाल दी गई थी। इन दोनों सीटों पर अब चुनाव करवाए गए हैं।
- इनके अलावा तिरिपर्रानकुंदरम में उप चुनाव कराए गए हैं।
# अरुणाचल प्रदेश
- अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी की दसांगलू पुल ने डिपेंडेंट कैंडिडेट योंपी क्री को 944 वोटों से हराया।
- दसांगलू पूर्व दिवंगत सीएम कलिखो पुल की पत्नी हैं। कलिखो की मौत के बाद ही ह्यूलांग विधानसभा सीट खाली हुई थी।
- दसांगलू कलिखो की तीन पत्नियों में से सबसे छोटी हैं। उन्होंने नॉर्थ डेमोक्रेटिक अलायंस की ओर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
# असम
- लखीमपुर-14 लोकसभा सीट और बैठलांसो-20 विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है।
- लखीमपुर-14 सीट पर बीजेपी के प्रदान बरुआ ने कांग्रेस के डॉ. हेमा प्रसंगा पेगू को 1 लाख 90 हजार 219 वोटों से शिकस्त दी।
- लखीमपुर सीट सांसद सर्वानंद सोनोवाल के असम का सीएम बनने के बाद खाली हुई थी।
- बैठलांसों में डॉ. मानसिंह रोंगपी ने कांग्रेस के रुपोनसिंग रोंघांग को 16 हजार 600 वोटों से हराया।
- डॉ. मानसिंह 12 जुलाई को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए थे इसके बाद यह सीट खाली हो गई थी।
# त्रिपुरा
- त्रिपुरा की दोनों विधानसभा सीटों पर सीपीआई-एम ने कब्जा किया।
- बरजाला सीट सीपीआई-एम ने कांग्रेस से छीन ली। यहां झूमू सरकार ने बीजेपी के शिस्तामोहन दास को 3 हजार 374 वोटों से हराया।
- खोवाई सीट पर बिस्वजीत दत्ता ने टीएमसी के मनोज दास को 16 हजार 47 वोटों से हराया।
- बरजाला सीट कांग्रेस के विधायक जितेंद्र सरकार के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। खोवाई सीट सीपीआई-एम के नेता समीर देब की मौत के बाद खाली हुई थी।
# पुड्डुचेरी
- पुड्डुचेरी के नल्लीथोप्पे विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई है।
- यहां सीएम वी. नारायणसामी ने AIADMK के ओम सक्थि सेखर को 11 हजार 144 वोटों से हराया।
- मई में हुआ विधानसभा चुनाव नारायणसामी नहीं लड़े थे। लेकिन बाद में उन्हें विधायक दल का मुखिया चुना गया।
- नारायणसामी के लिए नल्लीथोप्पे सीट कांग्रेस के जॉन कुमार ने छोड़ी थी, ताकि वे यहां से चुनाव लड़ सकें।
Viewing all 2994 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>