What was going to happen with Prime Minister Modi who was missing CM,CS and DGP of Police
प्रधानमंत्री मोदी के साथ क्या घटनें वाला था जो मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं पुलिस के डीजीपी गायब थे
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माईक से एनाउस करके लोगों को बुलाया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के फिरोजपुर पहुंचने का रूट लीक किए जाने की पुष्टि हो गई है। रूट के बारे में प्रदर्शनकारियों को पहले ही पता चल चुका था। इसके बाद उन्होंने बगल के गांव प्यारेआणा में स्पीकर से अनाउंसमेंट कर भीड़ इकट्ठी की और पूरी रोड जाम कर दी।
तब तक कई किसान संगठन भी वहां आ चुके थे। पहले वह सिर्फ रैली में जा रही भाजपा वर्करों की बसों को रोक रहे थे। यह बात प्रदर्शनकारियों ने खुद कैमरे के सामने मानी है, जिनके वीडियो मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
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पंजाब में लगे राष्ट्रपति शासन- पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह
प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर उठे सवाल
सुरक्षा में चूक के बाद उठे 3 सवाल :-
1. बठिंडा से मोदी हैलिकॉप्टर के बजाय रोड से जा रहे थे।
ऐन मौके पर बदले इस कार्यक्रम की जानकारी केवल पंजाब पुलिस को थी।
फिर पीएम का रूट कैसे ब्लॉक हुआ।
2. मोदी के रूट पर खड़े किसानों को पंजाब पुलिस ने समय रहते हटाया क्यों नहीं?
3. मोदी के रूट पर बैठे किसान अगर हटने को तैयार नहीं थे तो पीएम का रूट बदला क्यों नहीं?
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली रद्द होने की वजह सुरक्षा में चूक को बताया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से इसकी रिपोर्ट तलब की है। मंत्रालय ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि पंजाब दौरे पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक सामने आई है। उनका काफिला एक फ्लाई ओवर में करीब 15-20 मिनट तक रुका रहा।
रैली रद्द होने के बाद जब नरेंद्र मोदी बठिंडा एयरपोर्ट वापस पहुंचे तो उन्होंने भी पंजाब की कांग्रेस सरकार पर तंज कसा। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मोदी ने एयरपोर्ट के अधिकारियों से कहा- अपने मुख्यमंत्री को मेरा शुक्रिया कहना कि मैं बठिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा पहुंच सका।
भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम रद्द होना कांग्रेस की साजिश है। उधर किसानों ने दावा किया है कि रैली रद्द होने की वजह किसानों का विरोध और पंजाबियों में मोदी की अस्वीकार्यता है। इससे पहले बताया जा रहा था कि खराब मौसम या कोरोना की वजह से मोदी की रैली को रद्द किया गया है।
पंजाब में लगे राष्ट्रपति शासन- कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब के पूर्व ब्ड कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य को सुरक्षित रखना है तो तुरंत राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आप एक प्रधानमंत्री को सुरक्षा नहीं दे सकते तो फिर यह किस तरह का शासन है। पंजाब को सुरक्षित रखने के लिए राष्ट्रपति शासन जरूरी है। हम पाकिस्तान बॉर्डर से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर थे, फिर भी सरकार पीएम की सुरक्षा नहीं कर पाई।
काफिले को नहीं थी अतिरिक्त सुरक्षा, पंजाब सरकार से रिपोर्ट तलब
गृह मंत्रालय के मुताबिक पीएम की सुरक्षा के लिए सड़क से गुजरते वक्त अतिरिक्त सुरक्षा होनी चाहिए थी, लेकिन यहां ऐसा कोई बंदोबस्त नहीं किया गया था। इसकी वजह से पीएम को वापस बठिंडा लौटना पड़ा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसका कड़ा संज्ञान लिया है और इसे गंभीर सुरक्षा चूक करार दिया है। इस बारे में पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है। इसके अलावा राज्य सरकार को कहा गया है कि इस मामले में जिम्मेदारी फिक्स कर सख्त एक्शन लिया जाए।
फिरोजपुर में थी रैली, कई जगह भाजपा की बसें रोकी गईं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर में चुनावी रैली थी। किसान आंदोलन खत्म होने के बाद वह पहली बार पंजाब आए थे। मौसम खराब होने की वजह से वह बठिंडा से सड़क मार्ग के जरिए फिरोजपुर जा रहे थे। इस दौरान उनके दौरे का भी विरोध हो रहा था। कई जगहों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की बसों को रोका गया। जिसके बाद यह रैली रद्द कर दी गई। हालांकि इसमें पहले बारिश को वजह बताया गया लेकिन मौसम के बारे में पहले ही जानकारी मिल चुकी थी। अब इसके सुरक्षा चूक से जुड़े होने के कारण पंजाब सरकार के रवैये को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कड़ा रुखः
कहा- प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी में चूक बर्दाश्त नहीं, विस्तृत रिपोर्ट मांगी है,
जवाबदेही तय की जाएगी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
फिरोजपुर में सुरक्षा में चूक की बात कह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द कर दी गई। इसको लेकर पंजाब के cm चरणजीत चन्नी ने किसी तरह की चूक से इन्कार किया है। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पंजाब में pm की सिक्योरिटी में चूक की गृह मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। पीएम विजिट पर सुरक्षा में ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस मामले में जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में कांग्रेस की तरफ से प्रायोजित यह घटना ट्रेलर है कि वह कैसे सोचती और काम करती है। लगातार लोगों की तरफ से रिजेक्ट किए जाने पर कांग्रेस पागलपन के रास्ते पर खड़ी हो गई है। कांग्रेस नेताओं को पूरे देश से अपने किए पर माफी मांगनी चाहिए।
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आज जो हुआ, वह स्वीकार योग्य नहीं : सुनील जाखड़
पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान और कांग्रेस कैंपेन कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आज जो हुआ, वह स्वीकार करने योग्य नहीं है। यह पंजाबियत के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली के लिए सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। इस तरह लोकतंत्र काम करता है।