सच सामने आते ही तिलमिलाहट क्यों? - अरविन्द सिसोदिया
राजकुमार जाती जनगणना की चिल्लाचोंट लम्बे समय से समाज को विभाजित करने के लिये कर रहे थे, जब उनसे उनकी जाती पूछली तो सकपका गये.... क्योंकि वे अपनी असली जाती बता ही नहीं सकते, असली धर्म बता नहीं सकते असली नाम तक बता नहीं सकते। अब इसे वे इधर उधर घुमा कर भुलाना चाहते हैँ। मगर इन बेजाती वाले देश दुश्मनों को पूरी तरह एक्सपोज करना है।
इसी तरह हलवा सेरेमनी में sc, st, obc पूछने वालों से उनके ही फाउंडेशन में sc, st, obc पूछा तो पैरों के नीचे से जमीन निकल गई!
देश को बांटो, समाज को आपस में लड़वाओ और खुद का वोट बर्णक बनाओ का आपराधिक षड्यंत्र बहुत चलेगा नहीं। जब भी जबाव मिलेगा तव इटालियन एंड कंपनी को बेकफुट पर ही आना पड़ेगा।