पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी
भारत तिब्बत सहयोग मंच,चित्तौड़ प्रान्त में 9 मई तक स्थापना दिवस कार्यक्रम चलाएगी
कोटा 5 मई। भारत तिब्बत सहयोग मंच के स्थापना दिवस 5 मई सोमवार को चित्तौड़ प्रान्त अध्यक्ष अरविन्द कौशल की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में निर्णय लिया गया कि, मंच के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होनें वाले कार्यक्रमों को 9 मई तक चित्तौड़ प्रान्त के सभी जिलों में आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुये आतंकी हमले की दुखान्तकी के कारण सभी कार्यक्रम सादगी से आयोजित किये जायेंगे।
कौशल ने कहा कि मंच का मुख्य उद्देश्य भगवान शंकर के निवास कैलाश मानसरोवर की चीन से मुक्ति, तिब्बत की चीन से आजादी और हिमालय के पर्यावरण की सुरक्षा के लिए निरंतर जनजागरण एवं अन्य देशहित के कार्यक्रम भारत में रहने वाले तिब्बती समाज के बंधुओं को साथ लेकर निरंतर करते रहना है।
इस अवसर पर प्रांतीय प्रचार प्रमुख अरविन्द सिसोदिया, अंता पंचायत समिति के प्रधान प्रखर कौशल, जिला टीम के पुरषोत्तम दाधीच,अरविन्द जौहरी, नरेन्द्र सिंह जादौन, हुकूमत सिंह झाला आदि मौजूद रहे।
मंच के चित्तौड़ प्रान्त के प्रांतीय प्रचार प्रमुख अरविन्द सिसोदिया नें बताया कि भारत तिब्बत सहयोग मंच की स्थापना तिब्बत के निर्वासित धर्मगुरु दलाई लामा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इन्द्रेश कुमार के मार्गदर्शन में 5 मई 1999 में देवभूमि धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में हुई थी। उन्होंने बताया कि मंच के स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को चितौड़ प्रान्त में 5 मई से 9 मई तक, मंच की जिला कार्यसमितियों सहित महिला, युवा, प्रबुद्ध एवं पर्यावरण विभागों के द्वारा विविध प्रकार के सेवा कार्यक्रमों को स्थानीय स्तर पर सादगी से आयोजित किये जायेंगे।
मंच के प्रांतीय प्रचार प्रमुख सिसोदिया नें बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक माननीय इन्द्रेश कुमार के मार्गदर्शन एवं राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल के निरंतर कठोर परिश्रम की बदौलत मंच की भारत के सभी प्रांतों में एवं जिलों में सक्रिय इकाइयां गठित हैं । इसके अतिरिक्त मंच ने महिला एवं युवा विभाग का गठन किया है। कार्य को और अधिक आगे बढ़ाने की दृष्टि से प्रबुद्ध प्रकोष्ठ, पर्यावरण प्रकोष्ठ, विश्वविद्यालय प्रकोष्ठ एवं विदेश संपर्क प्रकोष्ठ का भी गठन किया गया है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में बहुत ही सक्रियता से कार्य कर रहे हैं।
प्रचार प्रमुख सिसोदिया ने बताया कि मंच के द्वारा वर्ष भर किसी न किसी रूप में कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है किंतु प्रमुख रूप से कुछ कार्यक्रम ऐसे हैं जिनका आयोजन प्रति वर्ष नियमित रूप से होता रहता है। प्रमुख कार्यक्रमों की श्रृंखला में 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के पावन अवसर पर युवा विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम किये जाते हैं । 18 फरवरी को मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार का जन्मदिवस सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है। 10 मार्च को तिब्बती स्वाधीनता संग्राम, जन क्रांति दिवस के अवसर पर पूरे देश में कार्यक्रम होते हैं। इसी प्रकार 12 मार्च को तिब्बती महिला स्वाधीनता संग्राम दिवस के रूप में मनाया जाता है। 5 मई को मंच का स्थापना दिवस बहुत ही धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है। 5 जून से 20 जून तक पर्यावरण सुरक्षा पखवाडा के रूप में मनाया जाता है l 6 जुलाई को परम पावन दलाई लामा जी का जन्मदिन पूरे देश में बेहद उत्साह से मनाया जाता है l श्रावण मास में कैलाश मानसरोवर की मुक्ति हेतु श्रावण संकल्प के रूप में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं l मंच के कार्यकर्त्ता प्रतिवर्ष रक्षाबंधन पर्व तिब्बती भाई- बहनों के साथ बहुत ही उत्साह के साथ मनाते हैं l 20 अक्टूबर को चीनी आक्रमण विरोधी दिवस के रूप में कार्यक्रमों का आयोजन होता है। गौरतलब है कि 20 अक्टूबर 1962 को चीन ने भारत पर आक्रमण किया था। 14 नवंबर को संकल्प स्मरण दिवस के रूप में सांसदों, जन-प्रतिनिधियों एवं अन्य प्रमुख लोगों को चीन द्वारा कब्जा की गई भूमि को वापस लेने के लिए संसद द्वारा पारित प्रस्ताव को याद दिलाने के लिए पत्र दिया जाता है। 19 से 25 नवंबर तक तवांग तीर्थ यात्रा (गुवाहाटी से बुमला बॉर्डर) का आयोजन बहुत ही धूमधाम एवं उत्साह के साथ होता है। इस यात्रा के द्वारा देशवासियों में देश की एकता, अखंडता एवं देशभक्ति की भावना को और अधिक मजबूत करने के लिए अलख जगाने का कार्य किया जाता है। 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से क्रूर एवं आतताई चीन को यह संदेश देने का कार्य किया जाता है कि तिब्बत में मानवाधिकारों को तहस-नहस करने का कार्य न करे और जल्द से जल्द तिब्बत को आजाद करने की दिशा में कदम बढ़ाये। इन सभी कार्यक्रमों के अतिरिक्त प्रत्येक बुधवार को रात्रि 8 बजे मंच के आधिकारिक फेसबुक पेज से लाइव बुलेटिन का प्रसारण किया जाता है।
सिसोदिया नें बताया कि मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार जी के मार्गदर्शन में मंच के प्रमुख कार्यों एवं उद्देश्यों के अतिरिक्त, नारी शोषण, बढ़ती जनसंख्या, धर्मांतरण, धर्मांधता, छुआछूत , दहेज, प्रदूषण, हिंसा, दंगे, अलगाववाद, गरीबी, अशिक्षा आदि से मुक्त भारत का निर्माण करने के लिए भी मंच के कार्यकर्ताओं को सदैव प्रेरित करते रहते हैं।
सिसोदिया नें बताया कि मंच की दृष्टि से चितौड़ प्रान्त के कार्य क्षेत्र में अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, कोटा, बूंदी , ब्यावर, प्रतापगढ़,सलूंबर, बारां व झालावाड़ जिले आते हैं ।
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151